सारठ: कुकराहा दुर्गा मंदिर में स्थापित, दो सौ वर्ष पुराना स्वर्ण कलश मिला
देवघर: सारठ प्रखंड के चितरा थाना अंतर्गत कुकराहा गांव स्थित करीब दो सौ साल पुराने दुर्गा मंदिर के शिखर में लगा घड़ा (कलश) सोने का निकला. ग्रामीणों व भक्तों को उक्त घड़े में सिंदूर के लेप लगे होने से आशंका होती थी कि मिट्टी का है. दुर्गा मंदिर में लगा उक्त घड़ा (कलश) कभी किसी […]
हर साल उस पर पूजा के वक्त सिंदूर का लेप लगाया जाता था, खुलता नहीं था. जीर्णोद्धार के क्रम में खोलने के लिये सब्बल का प्रयोग हुआ तो उससे धातु का आवाज निकला. इसके बाद सुरक्षित तरीके से उक्त घड़ा को निकाला गया. खरोंच कर देखने पर लोगों ने उसे सोने का बताया. स्स्थानीय स्तर पर जांच कराने पर उक्त घड़ा (कलश) सोने के होने की पुष्टि हुई. घड़े का वजन करीब साढ़े तीन किलो है.
उसकी कीमत करीब एक करोड़ की आंकी जा रही है. दोबारा उक्त घड़ा (कलश) जीर्णोद्धार हो रहे मंदिर के शिखर पर स्थापित करा दिया गया. उन्होंने कहा नये मंदिर के तीन तल्ले में 36 देवी-देवताओं के मार्बल-सीमेंट की प्रतिमाएं स्स्थापित होगी, जो बाह्य आकर्षण का केंद्र होगा. मंदिर जीर्णोद्धार में लगे महाराष्ट्र के इन कारीगरों द्वारा मुंबई के झूलेलाल मंदिर, पटना के महावीर मंदिर, कानपुर के बालाजी मंदिर, रांची अपर बाजार के दुर्गा मंदिर, भागलपुर के शिव मंदिर, वैशाली के चौमुखी महादेव मंदिर व जमुई के काली मंदिर समेत देश भर में करीब पांच हजार मंदिरों का निर्माण कराया जा चुका है.