बदहाली: 17 तालाबों का होना है जीर्णोद्धार, नहीं हुआ अब तक काम चालू, कैसे बनेगा 15 जून से पहले तालाब
देवघर: शहरी क्षेत्र में जलस्तर बढ़ाने के लिए वर्षा जल का संचयन के उद्देश्य से निगम के अधीन 17 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. नगर निगम में इसके लिए 25 मई को ही टेंडर खोला गया है. लेकिन राज्यादेश के अनुसार 15 जून से पहले इन तालाबों का कार्य पूर्ण कर लेना था. तकनीकी जानकारों […]
देवघर: शहरी क्षेत्र में जलस्तर बढ़ाने के लिए वर्षा जल का संचयन के उद्देश्य से निगम के अधीन 17 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. नगर निगम में इसके लिए 25 मई को ही टेंडर खोला गया है. लेकिन राज्यादेश के अनुसार 15 जून से पहले इन तालाबों का कार्य पूर्ण कर लेना था. तकनीकी जानकारों के अनुसार, अब सिर्फ चार दिनों में सभी तालाबों का जीर्णोद्धार पूरा होना असंभव है.
बताया जाता है कि तत्कालीन सीइओ के कार्यकाल से ही जारी तालाब जीर्णोद्धार का वर्क ऑर्डर आनन-फानन में दिया जा रहा है. इस क्रम में सोमवार को भी एक अभियंता के आवास पर ही वर्क ऑर्डर कुछ संवेदकों के बीच बांटे जाने की चर्चा है. अब सवाल उठा रहा है कि आनन-फानन में वर्क ऑर्डर दिये जाने से क्या बारिश से पहले तालाब का जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा. 17 तालाबों के जीर्णोद्धार में छह लाख से लेकर नौ लाख रुपये खर्च किये जायेंगे.
इन तालाबों का होगा जीर्णोद्धार
संथाली बांध जसीडीह, बाघमारा बांध चिरुआ, रोहिणी छोटका बांध, कुंजीसार, पिपरा रतनपुर, मंगलबांध बरमसिया, चंदाजोरी स्थित सामुदायिक बिल्डिंग बांध, बसमत्ता बांध, कोरियासा गुगलीडीह, कल्याणपुर बांध, साहेब पोखर मधुसुदन छोराट, सलौनाटांड तालाब, हरिहरबाड़ी तालाब, चक-मिसर बांध, सुंदर बांध गोशाला, जून पोखर व बरियारबांधी.
तालाबों का कार्य 15 जून से पहले पूर्ण करना था, ताकि बारिश के पहले पानी को रोकने का काम चालू हो जाये. इन तालाबों का टेंडर तो फाइनल हो चुका था, इसलिए वर्क ऑर्डर भी पहले ही देना था. चार दिनों में तालाब पूर्ण करना असंभव है. आनन-फानन में वर्क ऑर्डर देने की सूचना मुझे नहीं है. मंगलवार को इस मामले को निगम में देखते हैं.
– नीतू देवी, डिप्टी मेयर