देवघर में श्रावणी मेले की धूम
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के दूसरे दिन भीड़ में अपेक्षाकृत कमी रही. गुरुवार को तकरीबन 30 हजार कांवरियों ने बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण किया. सभी कांवरिये एक्सेस कार्ड (प्रवेश कार्ड) लेकर कतारबद्ध होकर बोल बम के जयघोष के साथ जलार्पण कर रहे थे. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे. पुलिस व प्रशासन की तरफ से चुस्त व्यवस्था में श्रद्धालुओं ने सुगम जलार्पण किया. अहले सुबह भीड़ अधिक थी, लेकिन दिन के 10 बजे के बाद से ही भक्तों की कतार खत्म हो गयी. उसके बाद आये कांवरिये को सीधे नेहरु पार्क से अंदर प्रवेश करते हुए फुट ओवर ब्रिज, संस्कार मंडप होते हुए गर्भगृह में प्रवेश कराया गया. सावन के दूसरे दिन मंदिर का पट अपने निर्धारित समय सुबह 03:05 बजे खुला. करीब 20 मिनट तक पुरोहित समाज की ओर से कांचा जला चढ़ाने की परंपरा के बाद पुरोहित विनोद झा ने बाबा बैद्यनाथ की सरकारी पूजा संपन्न करायी.
सरकारी पूजा होते ही अरघा लगा दिया गया है. उसके बाद आम भक्तों के लिए पट खोल दिया गया. वहीं रैफ के अधिकारियों व जवान ने भक्तों को कतारबद्ध कराकर अरघा सिस्टम से जलार्पण कराना शुरू कर दिया. भीड़ कम होने की वजह के बारे में जानकारों की मानें तो महीने का अंतिम सप्ताह होने की वजह से नौकरी पेशा लोगों को अभी वेतन का इंतजार है. वेतन मिलते ही लोग कांवर लेकर बाबाधाम की ओर निकलेंगे. सूत्रों की मानें तो रविवार से भीड़ बढ़ने की संभावना है. दूसरे दिन छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री दयाल दास बघेल ने शीघ्र दर्शनम कूपन के जरिए बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण किया. उधर, दूसरे दिन भी मेला व्यवस्था और जलार्पण व्यवस्था की मॉनिटरिंग में डीसी अरवा राजकमल, एसपी ए विजयालक्ष्मी, डीडीसी मीना ठाकुर, एसडीओ सुधीर गुप्ता, एसडीपीओ दीपक पांडेय सहित कई अधिकारी लगे रहे.
बंगाल से कांवरियों का जत्था पहुंचा बाबाधाम
बंगाल कांवर संघ के भक्तों का जत्था गुरुवार को बाबाधाम पहुंचा. यह जत्था चार दिनों में पैदल कांवर लेकर सुलतानगंज से बाबाधाम पहुंचा. यहां बाबा की पूजा-अर्चना कर पैदल ही बासुकिनाथ के लिए रवाना हो गये. जत्था में 60 श्रद्धालु शामिल हैं. इस दल के मुकेश शर्मा ने बताया कि 25 वर्षों से बंगाल कांवर संघ श्रावणी मेले में बाबा पर जलार्पण कर रही है. इस टीम में बंगाल, गुजरात सहित कई प्रांतों के भक्त शामिल हैं. इसका गठन आशा राम जी कंकड़, सूर्य प्रकाश मित्तल व नारायण दास ने 25 वर्ष पूर्व किया था. सोमवार को सुलतानगंज से गंगा जल उठाया था. टीम में अशोक सिंह, सीताराम तिवारी, श्याम सुंदर, मनोज कुमार, विष्णु कुमार, अमर कुमार, केदारनाथ मुंदड़ा, नवरत्न शर्मा, वेणु गोपाल, संजय कुमार, नंदु राज पुरोहित, जगदीश पुरोहित, नट्टू दायमा, राकेश बोरा, विमल लाहौटी, राकेश खंडेलवाल, महेंद्र खंडेलवाल आदि 60 भक्त शामिल थे.
महारास की प्रस्तुति ने मन मोहा
कांवरिया पथ दुम्मा स्थित शिविर में पीआरडी की ओर से कांवरियों के मनोरंजन के लिए कला निकेतन धनबाद के कलाकारों के ने संगीत व नृत्य नाटिका के जरिए खूब मनोरंजन किया. कलाकारों ने महारास और फूलों होली खेलकर मौजूद कांवरियों का मन मोह लिया. वहीं शिव तांडव नृत्य ने कांवरियों में भक्ति का संचार किया. 13 कलकारों की टीम ने बेहतरीन कार्यक्रम पेश किया. कलाकारों में बशिष्ट प्रशाद सिन्हा, नूतन सिन्हा, विमलेश सिंह राजपूत, दिव्या सहाय, शैव्या सहाय, नित्या सहाय, अंजनी साह, इश्तेयाक अहमद, दिलचांद महतो, सुभम राऊत, रवि कुमार, राजन बहादुर आदि शामिल थे.
फीडबैक दें, दूर होंगी कमियां
श्रावणी मेला के मद्देनजर जनसंपर्क विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अजय नाथ झा ने गुरुवार को कांवरिया पथ का दौरा किया. इस दौरान पीआरडी की ओर दी जा रही सभी सुविधाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कांवरियों से बात भी की और मिल रही सुविधा की जानकारी ली. इसके बाद वे आरमित्रा उच्च विद्यालय के प्रांगण में पीआरडी की प्रदर्शनी का मुआयना किया. निरीक्षण के बाद मीडिया सेंटर में प्रेस से डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि कांवरिया पथ में सभी जगह शौचालय कूड़ादान एवं इन्द्र वर्षा की व्यवस्था की गयी है ताकि कांवरियों को चलने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. प्रतिदिन सुल्तानगंज से कांवरियों के चलने की जानकारी से खुद को अपडेट करते रहें.
मीडिया व लोगों से की अपील : उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि वे मेला से संबंधित अपना फीडबैक लगातार देते रहें क्योंकि अभी मेला की शुरुआत है और व्यवस्था में किसी प्रकार की अगर कमी रह गयी है तो उसे सुधारा जा सकता है. पिछले वर्ष से ही भीआइपी पूजा बंद है. जिन्हें जल्दी बाबा का जलार्पण करना हो, वे शीघ्रदर्शनम् की सुविधा से पूजा कर सकते हैं. बाहर में कुछ जगहों पर कूड़ेदान नहीं होने की बात पर उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर कूड़ादान अभी नहीं लगाया जा सका है, वहां जल्द लगा दिया जायेगा. उन्होंने लोगों से सड़कों पर गंदगी न फैलाने और कूड़ेदान का प्रयोग करने की बात कही. कांवरियों को जलार्पण के लिए दिए जानेवाले एक्सेस कार्ड में अंकित समय से संबंधित समुचित जानकारी देने की जरूरत है.
छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री पहुंचे बाबा दरबार
श्रावणी मेले के तीसरे दिन छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री दयाल दास बघेला बाबा मंदिर पहुंचे. उन्हें मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त ने विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना करायी. इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि इस बार अच्छी व्यवस्था है. सभी भक्त आराम से बाबा पर जलार्पण कर रहे हैं. बाबा पर भाग्य से जल चढ़ाने का मौका मिलता है.
श्रावणी मेला को लेकर दुर्घटना राहत दल गठित
श्रावणी मेला को लेकर दुर्घटना राहत दल की तीन टीम का गठन किया गया है. दुर्घटना राहत दल 24 घंटे ड्यूटी पर रहेगी. आठ-आठ घंटे के लिए शिफ्ट तैयार कर रोस्टर बना दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के श्रावणी मेला कोषांग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार दुर्घटना राहत दल की पहली टीम में डॉक्टर बलराम मांझी सहित रणवीर मेहता, संजय कुमार राव व प्रदीप पांडेय शामिल हैं. दूसरी टीम में डॉ विपिन कुमार सहित रामकिशुन दास, अमरेश सिंह व अनल कुमार शामिल हैं. वहीं तीसरी टीम में डॉ प्रणव कुमार समेत राजन कुमार, कपिलदेव कुमार व सच्चिदानंद कुमार शामिल हैं.
डीआइजी सुधीर कुमार व पत्नी ने की मंदिर की सफाई
जैप के डीआइजी सुधीर कुमार झा अपनी पत्नी शशिवाला के साथ रात्रि में बाबा मंदिर परिसर पहुंचे. सर्वप्रथम मंदिर प्रशासनिक भवन में रूके. वहां से मंदिर की सफाई की घोषणा की. इसकी शुरुआत अपनी पत्नी के साथ मानसरोवर फुटओवर ब्रिज से की. वहां से साफ करते हुए संस्कार मंडप पहुंचे. इसके बाद बाबा व पार्वती मंदिर के बीच से सिंह दरवाजे तक खुद झाड़ू मारे. उन्हें झाड़ू मारते देख कर सभी पुलिस बल अचंभित हो गये. मौके पर डीआइजी श्री झा ने कहा कि अब बाबा मंदिर की सफाई झारखंड पुलिस करेगी. इससे पुलिस बलों के प्रति लोगों में अच्छा संदेश जायेगा. मौके पर मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त, सुबोध कुमार आदि मौजूद थे.
सुल्तानगंज-देवघर पैसेंजर ट्रेन का भी परिचालन शुरू, सभी स्टेशन-हॉल्ट पर होगा ठहराव
सुल्तानगंज-देवघर पैसेंजर ट्रेन वाया बांका का परिचालन गुरुवार से आरंभ हो गया. पहले दिन यह ट्रेन अपने निर्धारित समय से करीब पौने घंटे लेट से बांका जंक्शन पहुंची. श्रावणी मेला को देखते हुए बांका से होकर चलायी गयी दो नयी ट्रेनों में से सुल्तानगंज-देवघर पैसेंजर ट्रेन का भी परिचालन गुरुवार से आरंभ हो गया. पहले दिन यह ट्रेन अपने निर्धारित समय से करीब पौने घंटे लेट से बांका जंक्शन पहुंची. एक अन्य ट्रेन गोरखपुर- देवघर एक्सप्रेस का भी परिचालन बुधवार से ही आरंभ हो चुका है. दोनों ट्रेन बांका से होकर चल रही हैं.
सुल्तानगंज देवघर पैसेंजर ट्रेन के सुल्तानगंज से खुलने का समय सुबह 7:30 बजे है. 8:10 बजे यह भागलपुर पहुंचती है तथा 10:15 बजे इस के बांका जंक्शन पहुंचने का निर्धारित समय है. हालांकि पहले ही दिन यह ट्रेन यहां देर से पहुंची और देर से खुली. इस ट्रेन का बांका से देवघर के लिए प्रस्थान 10:20 बजे है. वापसी में देवघर से इसके खुलने का समय 3:00 बजे है जो 4:35 में बांका पहुंचेगी कुछ देर ठहराव के बाद यह बांका से भागलपुर होते हुए सुल्तानगंज के लिए प्रस्थान करेगी.
कांवरियों के साथ आम यात्रियों को भी हो रही सुविधा
श्रावणी मेले में बांका से होकर देवघर और सुल्तानगंज के बीच चलने वाली ट्रेनों की वजह से कांवरियों के साथ-साथ आम यात्रियों को भी काफी सुविधाएं पहुंची हैं. आमतौर पर सावन में यहां के लोग बाहर जाने से सिर्फ इसलिए कतराते थे कि बसों और दूसरे सवारी वाहनों में बेहिसाब भीड़ और बदहाल सड़कों की वजह से उन्हें जिल्लत झेलनी पड़ती थी. यह समस्या ट्रेनों के परिचालन से अब दूर हो चुकी है. सुल्तानगंज-भागलपुर-देवघर ट्रेन कांवरियों और इस क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान सिद्ध हो रहा है. गोरखपुर-देवघर वाया बांका ट्रेन ने भी क्षेत्र के लोगों को काफी राहत दी है.
दुर्गम सड़क यातायात से मिली यात्रियों को राहत
उल्लेख्य है कि बांका श्रावणी मेले के दौरान केंद्र में रहता है. इस होकर सैकड़ों बस और दूसरे सवारी वाहन सुल्तानगंज से देवघर के बीच चलते हैं. इनमें न सिर्फ यात्रियों का आर्थिक शोषण होता है बल्कि अक्सर दुर्घटनाएं और उबड़-खाबड़ रोड की वजह से शारीरिक परेशानी भी यात्रियों को उठानी पड़ती है. इस रूट में ट्रेनों के परिचालन से यहां यात्रियों को हंसडीहा- भागलपुर के बीच जर्जर और जानलेवा सड़क की यात्रा से भी मुक्ति मिली है. वही सुल्तानगंज से तारापुर-बेलहर होकर देवघर जाने वाली सवारी वाहनों के अत्यधिक दबाव से भी यात्रियों को राहत मिली है.
एक्सप्रेस का किराया भी सिर्फ 15 रुपये
बांका जंक्शन के स्टेशन प्रबंधक सोहराय खाखा ने बताया कि सुल्तानगंज-देवघर वाया बांका ट्रेन सभी स्टेशनों तथा हाल्ट पर रुकेगी और सभी जगह के टिकट यात्रियों को दिए जाएंगे. लेकिन गोरखपुर-देवघर एक्सप्रेस ट्रेन बांका से खुलने के बाद देवघर ही रुकेगी. इसलिए इस ट्रेन पर यात्रियों को सिर्फ देवघर के लिए टिकट मिल पाएगा. हालांकि एक्सप्रेस ट्रेन होने पर भी बांका से देवघर का यात्री किराया सिर्फ 15 रुपये ही देना होगा.