तकनीकी टीम ने की जांच, पायी कई गड़बड़ियां, दिये कई सुझाव, ओवर क्राउड से फुटओवर ब्रिज को खतरा

देवघर: डीसी अरवा राजकमल के निर्देश पर अभियंताओं की चार सदस्यीय तकनीकी टीम ने चेयरमैन अमरेंद्र साहा (कार्यपालक अभियंता, पीडब्ल्यूडी) के नेतृत्व में मानसिंघी से बाबा मंदिर तक फुट ओवर ब्रिज का निरीक्षण किया. टीम ने पाया कि ब्रिज के मध्य में सिंगल कतार ही चले. ब्रिज पर अतिरिक्त भीड़ खतरनाक हो सकता है. इसलिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2016 8:40 AM
देवघर: डीसी अरवा राजकमल के निर्देश पर अभियंताओं की चार सदस्यीय तकनीकी टीम ने चेयरमैन अमरेंद्र साहा (कार्यपालक अभियंता, पीडब्ल्यूडी) के नेतृत्व में मानसिंघी से बाबा मंदिर तक फुट ओवर ब्रिज का निरीक्षण किया. टीम ने पाया कि ब्रिज के मध्य में सिंगल कतार ही चले. ब्रिज पर अतिरिक्त भीड़ खतरनाक हो सकता है.

इसलिए इस बात का पूरा खयाल रखा जाये कि ब्रिज पर सिंगल कतार ही चले. वह सामान्य तरीके से चले. भीड़ लयबद्ध होकर न चलें. इससे ब्रिज के ढांचे का लोड कई गुना बढ़ जाता है. टीम ने निरीक्षण के बाद बाबा मंदिर प्रबंधन सह प्रशासक को आवश्यक सुझाव दिये हैं. साथ ही फुट ओवर ब्रिज के संरचनात्मक सुधार के लिए इसकी जांच किसी प्रसिद्ध तकनीकी प्रतिष्ठान से कराने की अनुशंसा की है.


ब्रिज पर है अनावश्यक लोड : टीम ने पाया कि फुट ओवर ब्रिज के ऊपर केबुल, पाइप सहित कई अन्य चीजें हैं जिससे अतिरिक्त भार ढांचा पर है. यह ब्रिज की मजबूती के लिए खतरनाक है. ऐसा इसलिए कि ब्रिज का टॉप स्लैब सेंट्रल बिम पर स्थापित है. ब्रिज की संरचना पर बेकार बढ़े हुए लोड को कम किया जाये. इसके अलावा ब्रिज के कुछ फाउंडेशन और पिलर आदि के मजबूतीकरण की जरूरत है. स्लैब और कॉलम के स्टील जैकेट में जंग लगी है, उसे अविलंब हटाया जाये.
हटाया जाये ट्रांसफार्मर व हाइ वोल्टेज खुले तार
जांच के क्रम में टीम ने पाया कि मानसिंधी के पास फुट ओवर ब्रिज के इंट्री प्वाइंट के समीप एक बिजली का ट्रांसफार्मर है. ट्रांसफार्मर से लगे हाइ वोल्टेज के खुले तार फुट ओवर ब्रिज के स्टील रेलिंग से सटे हुए हैं. यह अत्यंत ही खतरनाक है. इससे पूरे रेलिंग में करंट आ सकता है और किसी अप्रत्याशित घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसलिए ट्रांसफार्मर को तत्काल दूर शिफ्ट करने की जरूरत है.

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