तीसरी सोमवारी: उमड़ा आस्था का समंदर
देवघर: श्रावणी मेले की तीसरी सोमवारी पर बाबा नगरी में केसरिया सैलाब उमड़ पड़ा. हर गली, चौक-चौराहे में कांवरिये ही दिखायी पड़ रहे थे. जिला प्रशासन की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के बीच पट बंद होने तक 2.45 लाख कांवरियों ने आंतरिक व बाह्य अरघा से जलार्पण कर मंगलकामना की. इससे पहले कांवरियों की कतार अहले सुबह […]
देवघर: श्रावणी मेले की तीसरी सोमवारी पर बाबा नगरी में केसरिया सैलाब उमड़ पड़ा. हर गली, चौक-चौराहे में कांवरिये ही दिखायी पड़ रहे थे. जिला प्रशासन की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के बीच पट बंद होने तक 2.45 लाख कांवरियों ने आंतरिक व बाह्य अरघा से जलार्पण कर मंगलकामना की.
इससे पहले कांवरियों की कतार अहले सुबह तीन बजे तक करीब 25किलोमीटर दूर कुमैठा स्टेडियम तक पहुंच गयी थी.
वहीं वाह्य जलार्पण की कतार भी दोपहर तक केशरवानी आश्रम के पार पहुंच गयी थी. सोमवार को अपने निर्धारित समय पर बाबा मंदिर का पट खुलने के साथ ही पुराेहित समाज की ओर से कांचा जला पूजा के तुरंत बाद बाबा मंदिर इस्टेट की ओर से पुजारी विनोद झा ने भोले बाबा की शोडशोपचार पूजा कर परंपरागत सरकारी पूजा संपन्न कराया. इसके बाद आम भक्तों के लिए जलार्पण प्रारंभ कर दी गयी.
श्राइन बोर्ड के नेतृत्व में रिकार्ड भीड़ को नियंत्रित करते हुए करीब ढाई लाख कांवरियों को सुलभ जलार्पण कराने के लिए जिला प्रशासन खास कर डीसी व एसपी को बधाई देता हूं. कांवरियों की भीड़ को कंट्रोल करने में पुरोहित समाज ने आर्थिक नुकसान सहते हुए अहम भूमिका निभायी है. आने वाले अंतिम सोमवार को इससे अधिक भीड़ हाेने की उम्मीद है. पंद्रह अगस्त होने के कारण सरकारी नौकरी पेशा लोगों के आने की संभावना प्रबल है.
डॉ सुरेश भारद्वाज, अध्यक्ष, पंडा धर्मरक्षिणी सभा सह सदस्य, श्राइन बोर्ड
अरघा सिस्टम के बाद इस तरह की भीड़ को अाश्चर्यजनक भीड़ मानते हैं. आने वाले सोमवार पर भी इससे अधिक भीड़ का आकलन है. रही भीड़ कंट्रोल करने की बात तो इसके लिए पंडा समाज व स्थानीय लोगों के अलावा डीसी व एसपी बधाई के पात्र हैं. आने वाला सोमवार की भीड़ भी बाबा के आशीर्वाद से नियंत्रित रहेगी.
कार्तिक नाथ ठाकुर, महामंत्री धर्मरक्षिणी सभा सह श्राइनबोर्ड सदस्य
श्रावणी मेला. कतार में आयुक्त ने कांवरियों से की व्यवस्था पर बात
संताल परगना के आयुक्त बालेश्वर प्रसाद सिंह ने सुबह कीब 11:30 बजे बाबा मंदिर परिसर का भ्रमण कर मेला व्यवस्था का जायजा लिया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये. उन्होंने जलार्पण करने आये भक्तों से भी बात की. उन्होंने अधिकारियों को मंदिर की आंतरिक व बाह्य जलार्पण की जानकारी भक्तों को देने की सलाह दी. आयुक्त ने कहा कि पैदल रूट में भी भक्तों को बाह्य जलपात्र की जानकारी देनी चाहिए. इससे भक्त अपनी सुविधानुसार निर्णय ले सकेंगे. जानकारी के अभाव में बड़ी संख्या में भक्त कतार में लग जाते हैं. उन्होंने मंदिर से निकल कर रूट लाइन में भक्तों के बीच फल वितरण किया. उनकी पत्नी भी साथ थी. वहीं सुबह साढ़े दस बजे नगर विकास सचिव अरुण कुमार सिंह ने भी मंदिर का जायजा लिया. इसके बाद बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण कर रूट लाइन चले गये.