खनन व ढुलाई कार्य मिला चालू

चितरा: प्रधान सचिव के निर्देश के बाद डीएफओ ममता प्रियदर्शी समेत वन विभाग के पदाधिकारी खनन कार्य का जायजा लेने बुधवार को कोलियरी पहुंचे. निरीक्षण के दौरान डीएफओ ने पाया कि खनन कार्य पूर्व से चालू था. डीएफओ ने कहा कि चितरा कोलियरी के पदाधिकारियों द्वारा प्रधान सचिव रांची के पास शिकायत की थी कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2016 9:56 AM
चितरा: प्रधान सचिव के निर्देश के बाद डीएफओ ममता प्रियदर्शी समेत वन विभाग के पदाधिकारी खनन कार्य का जायजा लेने बुधवार को कोलियरी पहुंचे. निरीक्षण के दौरान डीएफओ ने पाया कि खनन कार्य पूर्व से चालू था.
डीएफओ ने कहा कि चितरा कोलियरी के पदाधिकारियों द्वारा प्रधान सचिव रांची के पास शिकायत की थी कि वन विभाग ने चितरा कोलियरी का खनन कार्य बंद करा दिया है. इसके बाद रांची में बैठक की गई थी व उन्हें जांच पड़ताल कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश मिला था. उन्होंने यह भी कहा कि कोलियरी के पदाधिकारियों द्वारा आउटसोर्सिंग या रुंगटा कंपनी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. वन विभाग के जमीन में कार्य करने व आरोप में रूंगटा कम्पनी के काम पर रोक लगाया गया है. कोलियरी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समस्या का हल निकाला जायेगा. इस अवसर पर वन विभाग के सीएफओ जेपीएन सिन्हा, आरसीसीएफ एफबी सिंह, मधुपुर वन विभाग पदाधिकारी महादेव रजक आदि थे.
क्या है मामला: चितरा कोलियरी अंतर्गत वन विभाग की जमीन पर खनन कार्य करने पर विभाग द्वारा रोक लगाने के बाद कोलियरी पदाधिकारियों ने इसकी शिकायत प्रधान सचिव से कर दी थी. इतना ही नहीं वन विभाग द्वारा चितरा कोलियरी मेें चल रहे आउटसोर्सिंग का काम भी जंगल विभाग के जमीन में किये जाने व हरे भरे पेड़ काटे जाने के आरोप में गत 25 जून से बंद कर दिया है.
कहते हैं महाप्रबंधक
महाप्रबंधक अनुराग कुमार ने कहा कि रूंगटा कंपनी द्वारा कराये जा रहे आउटसोर्सिंग की जानकारी प्रधान सचिव को दी गई है. वन विभाग की जमीन पर चल रहे खदान की जानकारी और वन विभाग के द्वारा बंद कराने जाने की बात भी कही गई है. गुरुवार को देवघर में वन विभाग द्वारा बैठक बुलाई गई है.

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