तीन भू-खंडाें की रजिस्ट्री रूकी

देवघर: गुरुवार को जमीन की रजिस्ट्री के लिए हुई जिलास्तरीय कमेटी की बैठक के दौरान देवघर अंचल के तीन मौजा के तीन भू-खंडों के दस्तावेज में गड़बड़ी मिली है. उक्त तीनों भू-खंडों का फरजी एलए (अर्जित बसौड़ी) दस्तावेज तैयार किया गया है. जांच के दौरान एलए के दस्तावेजों में कई कमियां पायी गयी है. अभिलेखागार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2016 1:58 AM
देवघर: गुरुवार को जमीन की रजिस्ट्री के लिए हुई जिलास्तरीय कमेटी की बैठक के दौरान देवघर अंचल के तीन मौजा के तीन भू-खंडों के दस्तावेज में गड़बड़ी मिली है. उक्त तीनों भू-खंडों का फरजी एलए (अर्जित बसौड़ी) दस्तावेज तैयार किया गया है. जांच के दौरान एलए के दस्तावेजों में कई कमियां पायी गयी है. अभिलेखागार के भी मूल दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर एलए का कागजात तैयार कर लिया गया है.

सूत्राें के अनुसार, देवघर अंचल के मदारीचक, ठाढ़ीदुलमपुर, बरमसिया मौजा के उक्त तीनों भू-खंडों एलए दस्तावेज गलत पाये गये हैं. उक्त एलए भू-खंडों की रजिस्ट्री के लिए तीन लोगों ने विधि शाखा के माध्यम से जिलास्तरीय कमेटी को आवेदन दिया था. कमेटी को प्रथम दृष्टया दस्तावेजों में संदेह होने पर अभिलेखागार प्रभारी के माध्यम से अभिलेखागार के मूल दस्तोवजों से मिलान कराया गया.

इस दौरान पाया गया कि अभिलेखागार में संबंधित मौजा की जमीन के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की गयी है, साथ ही कमेटी को प्रस्तुत एलए के दस्तावेजों में भी ओवर राइटिंग की गयी है. गड़बड़ी को देखते हुए डीसी अरवा राजकमल ने उक्त तीनों जमीन की रजिस्ट्री रोक दी व पूरे मामले की जांच अभिलेखागार पदाधिकारी को करने के लिए कहा गया है कि कैसे अभिलेखागार के दस्तावेजों में छेड़छाड़ हुई. अभिलेखागार से दस्तावेज बाहर कैसे निकला. इस प्रकरण में और भी बड़ी कार्रवाई होने की संभावना है.
चार और मौजा के दस्तावेजों की जांच
कमेटी के पास जमीन की रजिस्ट्री के लिए लगभग 180 आवेदन आये हैं. मदारीचक, ठाढ़ीदुलमपुर, बरमसिया मौजा के अलावा देवघर अंचल के करनीबाद, कटिया व मोहनपुर अंचल के बंधा व बैजनाथपुर मौजा में भी एलए की जमीन के दस्तावेज संदेहास्पद पाये गये हैं. उक्त चारों मौजा की जमीन के दस्तावेजों की जांच जारी है. अभिलेखागार से दस्तावेजों का मिलान किया जा रहा है.
पूर्व से अभिलेखागार के मामले में चल रही सीबीआइ जांच
देवघर में अभिलेखागार के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की घटना पूर्व में भी हो चुकी है. अभिलेखागार के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर फरजी कागजात तैयार कर सैकड़ों एकड़ जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है, इसकी सीबीआइ जांच भी चल रही है. इधर, फिर से अभिलेखागार के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ चर्चा का विषय बन गया है.

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