माफियाओं ने काटे लाखों के खैर के पेड़

जसीडीह: वन विभाग द्वारा देवघर प्रखंड के धरवाडीह में लगाये खैर (कत्था) के पेड़ को लकड़ी माफियाओं द्वारा अवैध रूप से काटा जा रहा है. सूत्रों ने बताया झारखंड बनने के बाद वन विभाग ने लाखों रुपये की लागत धरवाडीह एवं बसतपुर में हजारों खैर (कत्था) के पौधे लगाये. कई वर्षो तक पौधों की देख-रेख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2014 9:16 AM

जसीडीह: वन विभाग द्वारा देवघर प्रखंड के धरवाडीह में लगाये खैर (कत्था) के पेड़ को लकड़ी माफियाओं द्वारा अवैध रूप से काटा जा रहा है. सूत्रों ने बताया झारखंड बनने के बाद वन विभाग ने लाखों रुपये की लागत धरवाडीह एवं बसतपुर में हजारों खैर (कत्था) के पौधे लगाये.

कई वर्षो तक पौधों की देख-रेख भी की गयी जिसके कारण खैर के पौधे काफी बड़ा भी हो गया. इसके बाद प्रतिनियुक्त वन विभाग पदाधिकारी और कर्मियों की अनदेखी के कारण लकड़ी माफियाओं का मनोबल बढ़ गया. साथ ही लाखों के लगे खैर पेड़ को काटना शुरू कर दिया. ऐसे में धीरे-धीरे खैर पेड़ विहिन हो पूरा क्षेत्र वीरान हो रहा है. लेकिन विभाग इसके लिए ठोस कदम उठा कर माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है जिसके कारण खैर पेड़ का कटना जारी है.

तीस लोगों के खिलाफ हुआ केस : वन रक्षक सुरेश राम ने कहा कि वर्ष 2000 में विभाग की ओर से करीब 27 हजार खैर का पौधा धरवाडीह में लगाये गये थे जिसमें से बारह-तेरह हजार पेड़ सही-सलामत है. उन्होंने कहा कि दिसंबर-13 और जनवरी-14 में खैर पेड़ काटने के आरोप में धरवाडीह, सुजानी, बिरनिया आदि गांवों के 30 नामजद लोगों के खिलाफ केस किया गया है. साथ ही खैर पेड़ कटाई पर रोक लगाने के लिए कदम उठाया गया है.

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