नहीं मिला एंबुलेंस, बाइक से शव ढोने को हुए मजबूर

सरैयाहाट: दुमका जिले के सरैयाहाट प्रखंड के पांडेकेशो गांव में मंगलवार को करंट लगने से गणेश कापरी (51) व उसकी पत्नी देवंती देवी (40) की मौत हो गयी. अस्पताल से एंबुलेंस मुहैया नहीं कराये जाने के कारण अंत्येष्टि के लिए शवों को मोटरसाइकिल से ले जाना पड़ा. परिजनों ने बताया कि गणेश व उनकी पत्नी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2016 8:39 AM
सरैयाहाट: दुमका जिले के सरैयाहाट प्रखंड के पांडेकेशो गांव में मंगलवार को करंट लगने से गणेश कापरी (51) व उसकी पत्नी देवंती देवी (40) की मौत हो गयी. अस्पताल से एंबुलेंस मुहैया नहीं कराये जाने के कारण अंत्येष्टि के लिए शवों को मोटरसाइकिल से ले जाना पड़ा.

परिजनों ने बताया कि गणेश व उनकी पत्नी देवंती घास काटने खेत में गये थे. खेत में काम करते वक्त गिरे हुए 11 हजार वोल्ट वाले हाइटेंशन तार में पहले गणेश कापरी फंस गये. करंट लगने से जब वह छटपटाने लगे तो उसे देख पत्नी देवंती बचाने गयी तो वह भी करंट की चपेट में आ गयी. जहां थोड़ी देर में दोनों बेसुध हो गये. पास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद अस्पताल में मृतक के दोनों पुत्राें व परिजनों की चीख पुकार मच गयी. साथ आये ग्रामीण परिजनों को चुप कराते व सांत्वना देते रहे.

शव को घर ले जाने के लिए जब मृतक दंपत्ति के परिजनों ने चिकित्सक से एंबुलेंस की मांग की तो उनलोगों को एंबुलेंस नहीं उपलब्ध कराया गया. कुछ देर तक परिजन ऐसे ही अस्पताल के चक्कर लगाते रहे मगर किसी प्रकार से समस्या का कोई समाधान नहीं होता देख वे मजबूर हाे गये. अंतत: शव को ले जाने के लिए बाइक का इस्तेमाल किया. बारी-बारी से बाइक पर शव को रख कर अंत्येष्टि के लिये ले जाया गया. शव को बीच में बैठाकर पीछे बैठा आदमी उसे थामे रहा. इसी तरह दोनों शवों को गांव ले जाया गया. अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर ओमप्रकाश ने बताया कि वाहन उपलब्ध था मगर चालक नहीं रहने से ये परेशानी आयी.

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