चल रहा था विवाद, रिश्तेदारों पर हत्या का शक
चितरा: वार्ड सदस्य की हत्या की खबर मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. शनिवार की सुबह घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी थी. लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे थे. घटना के बाद ग्रामीण समेत अन्य लोग भी स्तब्ध थे. पिता हरगौरी महरा ने बताया कि घटना से पहले शुक्रवार की […]
चितरा: वार्ड सदस्य की हत्या की खबर मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. शनिवार की सुबह घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी थी. लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे थे.
घटना के बाद ग्रामीण समेत अन्य लोग भी स्तब्ध थे. पिता हरगौरी महरा ने बताया कि घटना से पहले शुक्रवार की रात बबलू को एक फोन आया था. जिसके बाद वह शौच करने की बात कह घर से निकला. पिता ने बताया कि गांव के रिश्तेदारों के साथ विवाद चल रहा है. उन्हें पूजा करने भी नहीं दी जाती है. समाज से भी अलग कर दिया गया है. उन्होंने धनेश्वर महरा, खूबलाल महरा, बालेश्वर महरा, भूभन महरा, बहादुर महरा, झारू महरा, अर्जुन महरा व गेंधारी महरा पर हत्या करने का शक जताया है.
कृषि मंत्री व पूर्व स्पीकर पहुंचे, ली जानकारी
घटना की सूचना मिलते ही कृषि मंत्री रणधीर सिंह व पूर्व स्पीकर भी घटनास्थल व गांव पहुंचे व परिजनों से जानकारी ली. कृषि मंत्री ने बताया कि बबलू दास उनका पुराना कार्यकर्ता था. हत्या पर दु:ख जताते हुए उन्होंने पीड़ित परिवार को वेतन मद से एक लाख रुपये सहायता राशि, पारिवारिक लाभ योजना के तहत मुआवजा, मृतक के आश्रित को पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास देने की बात कही. साथ ही नकद छह हजार रुपये सहायता राशि के रूप में दी. एसपी को फोन कर उन्होंने अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही. पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने भी घटनास्थल पहुंचकर पीड़ित परिजनों को धैर्य से काम लेने की बात कही. वार्ड सदस्य की हत्या की निंदा कर पुलिस से इसका जल्द खुलासा करने की बात कही. इस दौरान लगवां मुखिया, मंजीत चौधरी, निरंजन यादव, संजय पाण्डेय आदि मौजूद थे.
डीएसपी मुख्यालय भी पहुंचे
देर शाम डीएसपी मुख्यालय राजकिशोर भी थाना व घटनास्थल पहुंचे. परिजनों से जानकारी ली. मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है व पूछताछ जारी है. पत्नी के बयान पर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही थी.
परिजन कर रहे थे खोजबीन, घर के पीछे गिरे मिले खून के निशान
शुक्रवार की रात शौच के लिए घर से निकले वार्ड सदस्य जब वापस नहीं लौटे तो परिजनों समेत ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू कर दी. देर रात तक कोई अता-पता नहीं चलने पर परिजनों ने इसकी सूचना थाना को दी. थाना की पुलिस भी वार्ड सदस्य की तलाश में जगह-जगह हाथ पैर मारती रही. लेकिन वार्ड सदस्य के घर के पीछे मिले खून के निशान ने पुलिस को सुराग दिया. पुलिस खून के निशान के पीछे पीछे तक एक डोभा के पास गयी तो डोभा में बबलू का शव बरामद किया गया.