देवघर/मधुपुरः राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दो दिवसीय दौरे पर संताल परगना के दुमका, गोड्डा व देवघर आ रहे हैं. संताल परगना में अपना पैर पसार रहे नक्सली जोरदार तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में थे.
इससे पहले जसीडीह व आसपास में पोस्टरबाजी कर धमकी भी दी थी. अब मधुपुर स्टेशन व जैप-पांच को उड़ाने की योजना थी. हालांकि खुफिया विभाग की रिपोर्ट के बाद पुलिस की सक्रियता ने इनके मंसूबे पर पानी फेर दिया है. मधुपुर स्टेशन व जैप पांच की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. नक्सलियों इन योजनाओं के बारे में संताल परगना के आइजी ने भी इसकी पुष्टि की है.
जैप-5 परिसर सहित मौजूद शस्त्रगार व मधुपुर रेलवे स्टेशन नक्सलियों के टारगेट पर है. कभी भी नक्सली हमला कर हथियार लूट सकते हैं. राष्ट्रपति के आगमन के पूर्व नक्सली अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराने की फिराक में हैं. इस संबंध में खुफिया अधिकारी ने एसपी सहित मुख्यालय को रिपोर्ट की है. खुफिया अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद स्थानीय पुलिस की नींद उड़ गयी है.
स्थानीय स्तर पर जैप-5 की सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश संताल प्रक्षेत्र के आइजी के स्तर से जारी किया गया है. वहीं जैप-5 परिसर के शस्त्रगार की सुरक्षा कड़ी करने का भी आदेश दिया गया है. इस बाबत एसपी कार्यालय से एसडीपीओ, इंस्पेक्टर व इलाके के थाना प्रभारी को भी निर्देश जारी किया गया है. वहीं पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करने का आदेश दिया है. परिसर में मोर्चा बंदी कर पुख्ता सुरक्षा इंतजाम कराने का निर्देश जारी किया गया है.
हालांकि इस संबंध में खुफिया विभाग सहित जिले के अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. आइजी के निर्देश के बाद एसपी ने भी जैप-5 परिसर का विजिट कर सुरक्षा आदि का जायजा लिया. उधर स्वयं आइजी ने जैप-5 के समादेष्टा से भी बात कर सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश दिया है. वहीं मधुपुर रेलवे स्टेशन के बारे में पुलिस अधीक्षक सुबोध प्रसाद ने अपने गोपनीय शाखा द्वारा निर्देश जारी करते हुए जिले के सभी एसडीपीओ, पुलिस निरीक्षक, थाना प्रभारी व रेल पुलिस को हाइ अलर्ट जारी किया है.
मोरचा बनाने के लिए गंभीर नहीं जीआरपी
एसडीपीओ मधुपुर जॉन बसंत मिंज व पुलिस निरीक्षक अजय सिंह ने गुरुवार को आरपीएफ बैरक का निरीक्षण कर चैता का कार्यक्रम रद्द करते हुए सुरक्षा के लिए थाना व जीआरपी बैरक में मोरचा बनाने का निर्देश दिया. लेकिन, शुक्रवार शाम तक भी मोरचा बनने के लिए जीआरपी गंभीर नहीं दिखी. सिर्फ अपना हथियार स्थानीय थाने में जमा करा दिया. मालूम हो कि मधुपुर जीआरपी व आरपीएफ थाना से वर्ष 2006 में नक्सली हमले की खुफिया रिपोर्ट के बाद सभी हथियार हटा लिये गये हैं. ट्रेनों में स्कॉट के लिए आसनसोल से हथियारबंद स्कॉट पार्टी आती है. वह भी सिर्फ कुछ चुनिंदा ट्रेनों के लिए.
जैप-5 व जीआरपी मधुपुर नक्सली टारगेट पर होने की सूचना मिली थी. एसपी को जैप-5 का जायजा लेने व सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश जारी किया गया है. वहीं मधुपुर जीआरपी का जायजा लेने व सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश एसडीपीओ मधुपुर को दिया गया. मामले की सूचना से जीआरपी व जैप अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है. दोनों जगह पर मोर्चा बंदी, कराने व संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी का आदेश जारी किया गया है.
– डॉ अरुण उरांव, आइजी संताल परगना
जीआरपी पूरी तरह मुस्तैद है. सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम किये गये हैं. किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए पुलिस सक्षम है. – प्रशांत कर्ण, रेल एसपी धनबाद
(प्रभात खबर टोली)