देवघर: कृषि विभाग के भूमि संरक्षण कार्यालय देवघर में डोभा निर्माण में उदासीन है. विभाग द्वारा लाभुकों को समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है. जिन लाभुकों ने कर्ज लेकर मशीन से डोभा की खुदाई बरसात से पहले कर दी, अब उन लाभुकों को भुगतान के लिए भूमि संरक्षण कार्यालय व प्रखंडों में बीएओ का चक्कर लगाना पड़ रहा है.
कई लाभुक तो जेसीबी मशीन वालों से उधार में डाेभा की खुदाई कर ली, अब दुर्गा पूजा में मशीन वाले भी पैसे मांग रहे हैं. त्योहार कैसे मनायेंगे, यह भी लाभुकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. भूमि संरक्षण से जिले भर में मशीन से डोभा खुदाई के लिए 4800 लाभुकों के खाते में प्रथम किस्त की राशि तीन माह पूर्व ही भेज दी गयी थी. प्रति डाेभा की लागत 21,916 रुपये है. इसमें प्रति लाभुकों के खाते में प्रथम किस्त की तौर पर 8,477 रुपये भेज दी गयी.
भूमि संरक्षण कार्यालय द्वारा सरकार को भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार बरसात से पहले कुल 3166 डोभा की खुदाई हो गयी, लेकिन इसमें एक भी लाभुकों को पूर्ण भुगतान नहीं किया गया है. भूमि संरक्षण के पदाधिकारियों द्वारा लाभुकों को बीएओ से प्राप्त होने वाली रिपोर्ट का हवाला देकर लौटाया जा रहा है.
भूमि संरक्षण सर्वेक्षण पदाधिकारी को यह भी अब तक नहीं पता कि 3166 डोभा में कितना डोभा का कार्य पूर्ण हाे चुका है. इसके लिए प्रखंडों से पूर्णता रिपोर्ट मांगी जा रही है. अब तक चार प्रखंड देवघर, मोहनपुर, सारवां, सोनारायठाढ़ी से 150 डोभा का पूर्णता रिपोर्ट आयी है. अब इस पूर्णता रिपोर्ट को भूमि संरक्षण कार्यालय एक जेई व सुपरवाइजर के भरोसे सत्यापन करने में जुटी है. ऐसी परिस्थिति लाभुकों के खाते में पूर्ण राशि मिलना कोषों दूर है.
केस स्टडी
मोहनपुर प्रखंड स्थित बीचगढ़ा पंचायत के कुसुमडीह गांव के लाभुक घनश्याम महतो के खाते में 8,300 रुपये प्राप्त हुआ. घनश्याम ने कहा कि वे बरसात से पहले ही प्राक्कलन के अनुसार कर्ज लेकर जेसीबी मशीन से डोभा की खुदाई कर दी. डोभा में पर्याप्त पानी है व इससे सिंचाई हो रहा है. लेकिन अभी तक पूर्ण भुगतान नहीं हुआ है. भुगतान के लिए कभी प्रखंड में बीएओ तो कभी भूमि संरक्षण कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. अब दशहरा में बच्चों के कपड़े खरीदारी के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है.
अबतक नहीं मिला पूर्णता प्रमाण पत्र: रामकुमार
3166 डोभा में सभी पूर्ण रूप से नहीं खोदी गयी है. भुगतान के लिए प्रखंडों से पूर्णता रिपोर्ट मांगी जा रही है. कई बार बीडीओ व डीएओ को पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन अब तक पूर्णता प्रमाण पत्र सभी प्रखंडों से नहीं आयी है. प्रमाण पत्र प्राप्त होते ही भूमि संरक्षण कार्यालय से जेई व सुपरवाइजर द्वारा सत्यान के बाद लाभुकों को भुगतान किया जायेगा.
– रामकुमार सिंह, भूमि संरक्षण सर्वेक्षण पदाधिकारी, देवघर