तत्कालीन शाखा प्रबंधक व कर्मी सोनू पर प्राथमिकी दर्ज
आइसीआइसीआइ बैंक के खाते से अवैध ट्रांजेक्शन का मामला देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के घोरमारा निवासी संदीप कुमार के आवेदन पर नगर थाना में धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उक्त मामले में आइसीआइसीआइ बैंक देवघर शाखा के तत्कालीन प्रबंधक समेत एक कर्मी (एजेंट) सोनू मिश्रा को आरोपित बनाया गया है. आइसीआइसीआइ बैंक […]
आइसीआइसीआइ बैंक के खाते से अवैध ट्रांजेक्शन का मामला
देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के घोरमारा निवासी संदीप कुमार के आवेदन पर नगर थाना में धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उक्त मामले में आइसीआइसीआइ बैंक देवघर शाखा के तत्कालीन प्रबंधक समेत एक कर्मी (एजेंट) सोनू मिश्रा को आरोपित बनाया गया है. आइसीआइसीआइ बैंक के दो खाते से कुल आठ करोड़ रुपये के अवैध ट्रांजेक्शन का आरोप संदीप ने लगाया है. दोनों आरोपितों की मिलीभगत से उक्त गड़बड़ी करने का आरोप उसके द्वारा लगाया गया है. प्राथमिकी में जिक्र है कि बैंककर्मी ने उन्हें विश्वास में लेकर 21 जुलाई 2009 को बचत खाता व तीन अगस्त 2011 को चालू खाता खुलवाया था.
उक्त बैंक कर्मी ने चालू खाते में बिजनेस ऋण भी देने का वायदा किया था, लेकिन बिजनेस ऋण नहीं मिलने पर संदीप ने 23 फरवरी 2012 काे दोनों खाता बंद करने के लिए बैंक के शाखा प्रबंधक को लिखित अर्जी दी थी. शाखा प्रबंधक ने 25 फरवरी 2012 को दोनों बैंक खाते के पासबुक सहित चेकबुक व एटीएम बैंक में जमा करवा लिया और दोनों खाते को बंद करने के लिए कुछ कागजातों में हस्ताक्षर भी करवाया था. लेकिन दोनों बैंक खाता बंद नहीं किया गया व अवैध ढंग से उसके दोनों खाते से आठ करोड़ रूपये का ट्रांजेक्शन किया गया.
संदीप का आरोप है कि आयकर चोरी के उद्देश्य से तत्कालीन शाखा प्रबंधक, बैंककर्मी व पैसा लेन-देन करने वालों की मिलीभगत से राशि का अवैध ट्रांजेक्शन किया गया है. इस संबंध में आरोपितों के खिलाफ नगर थाना कांड संख्या 516/16 भादवि की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पड़ताल में जुटी है.
संदीप कुमार के नाम आइसीआइसीआइ बैंक में खोले गये दो खाते से आठ करोड़ रुपये के अवैध ट्रांजेक्शन का मामला
मोहनपुर थाना क्षेत्र के घोरमारा का रहनेवाला है संदीप कुमार
बैंककर्मी ने लिया विश्वास में, 21 जुलाई 2009 को बचत खाता व तीन अगस्त 2011 को चालू खाता खुलवाया
चालू खाते में बिजनेस ऋण भी देने का किया था वायदा