धनतेरस : शाम साढ़े छह बजे तक खरीदारी का योग
देवघर: कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस का पर्व पूरी श्रद्धा व विश्वास के साथ मनाया जाता है. देव धनवन्तरी के अलावा इस दिन देवी लक्ष्मी तथा धन के देवता कुबेर के पूजन की परम्परा है. इस दिन कुबेर के अलावा यमदेव को भी दीपदान किया जाता है. इस दिन यमदेव की […]
देवघर: कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस का पर्व पूरी श्रद्धा व विश्वास के साथ मनाया जाता है. देव धनवन्तरी के अलावा इस दिन देवी लक्ष्मी तथा धन के देवता कुबेर के पूजन की परम्परा है. इस दिन कुबेर के अलावा यमदेव को भी दीपदान किया जाता है. इस दिन यमदेव की पूजा करने के विषय में एक मान्यता है कि इस दिन यमदेव की पूजा करने से घर में असमय मृ्त्यु का भय नहीं रहता है. बाबा मंदिर इस्टेट पुरोहित पंडित माया शंकर शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष 28 अक्तूबर को धनतेरस पर खरीदारी का योग शाम 6:28 बजे तक है. हालांकि इस बीच सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक बारबेला का योग है. इसलिए नौ से 12 बजे तक खरीदारी नहीं करें.
धनतेरस में खरीदारी का महत्व : धनतेरस के दिन नये उपहार, सिक्का, बरतन व गहनों की खरीदारी करना शुभ रहता है. शुभ मुहूर्त समय में पूजन करने के साथ सात धान्यों की पूजा की जाती है. सात धान्य गेंहूं, उडद, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर है. साथ ही इस दिन स्थिर लक्ष्मी का पूजन करने का विशेष महत्व है. धन त्रयोदशी के दिन धनवंतरी देव का जन्म हुआ था. धनवंतरी देव, देवताओं के चिकत्सिकों के देव है. यही कारण है कि इस दिन चिकित्सा जगत में बड़ी-बड़ी योजनाएं शुरू की जाती हैं. धनतेरस के दिन चांदी खरीदना शुभ रहता है.
धनतेरस पूजा मुहूर्त : प्रदोष काल : सूर्यास्त के बाद के 2.24 घंटे की अवधि को प्रदोषकाल माना जाता है. प्रदोषकाल में दीपदान व लक्ष्मी पूजन करना शुभ रहता है. देवघर में 28 अक्टूबर शुक्रवार को सूर्यास्त समय सायं 06:28 तक रहेगा. इस समय अवधि में घर-परिवार में स्थायी लक्ष्मी की प्राप्ति होती है.
धनतेरस में क्या खरीदें : पंडित माया शंकर शास्त्री का कहना है कि धनतेरस के दिन लक्ष्मी जी व गणेश जी की चांदी की प्रतिमा को इस दिन घर लाना, घर-कार्यालय, व्यापारिक संस्थाओं में धन, सफलता व उन्नति को बढ़ाता है. पंडित जी ने बताया कि इस दिन सोना, चांदी व धातू के अलावा झाड़ू की खरीदारी अवश्य करें.
बाबा मंदिर में मिलेंगे सिक्के
बाबा मंदिर में इस बार भक्तों के लिए अलग-अलग वजन के सिक्के उपलब्ध हैं. मंदिर के मैनेजर रमेश परिहस्त ने बताया कि मंदिर में दो ग्राम, पांच ग्राम व 10 ग्राम के सोने के सिक्के उपलब्ध हैं. दो ग्राम सिक्का का मूल्य छह हजार, पांच ग्राम का 15 हजार व 10 ग्राम का 30 हजार रुपये निर्धारित है. वहीं चांदी के पांच व 10 ग्राम के सिक्के बेचे जायेंगे. जिसका मूल्य क्रमश: तीन सौ व छह सौ रुपया तय है.