वह प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से हमारे जीवन को बचाने में महती भूमिका निभा रही है. जन्म दाता मां कुछ ही महीने तक दूध पिलाती है, जबकि गो माता जीवन पर्यंत दूध पिला कर हमारा पालन-पोषण करती है. इसे बचाना बहुत जरुरी है. वहीं मंत्री रमेश बाजला ने समिति के कार्यों को रखा. उन्होंने कहा कि गोशाला पर पहले कर्ज था. वह खत्म हो गया है. गोशाला पार्ट टू में हरा चारा इसमें मददगार साबित हुआ. व्यवसायी प्रदीप बाजला ने कहा कि गाय की नस्लों को सुधारने की जरुरत है, ताकि अधिक से अधिक दूध दे सके. इससे आत्मनिर्भर होगा. उपाध्यक्ष ताराचंद जैन ने कहा कि एसडीओ सुधीर कुमार गुप्ता से गोशाला में बन रहे खाद को सरकारी दर पर खरीदने की अपील की. उन्होंने कहा कि सरकार यदि खाद खरीद ले तो सारी समस्या दूर हो जायेगा.
कार्यक्रम में विनोद सुल्तानिया, गोविंद डालमिया आदि ने अपनी बातों को रखा. इससे पूर्व बड़ी संख्या में लोगों ने तुलादान में हिस्सा लिया. सभी अतिथियों को माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने गोशाला में गाय को अनाज खिलाया. पूरा गोशाला परिसर आकर्षक लाइट से सजाया गया था. अतिथियों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलन की. श्रीबैद्यनाथधाम गौशाला स्मारिका का विमोचन सामूहिक रूप से किया गया. इस अवसर पर प्रेम अग्रवाल, केडी चौधरी, रमेश चंद्र मुंदड़ा, दिलीप सिंहानिया, बजरंग बथवाल, अशोक अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, हरिश तोलासिया, राजेश टिबड़ेवाल, प्रेम सिंहानिया, अशोक सरावगी आदि ने सराहनीय भूमिका निभायी.