नौवीं में फेल नहीं हो पायेंगे बोर्ड परीक्षा में शामिल

देवघर: सीबीएसइ जहां दूसरे बोर्ड की तरह 10वीं बोर्ड परीक्षा दोबारा लागू करने जा रहा है. वहीं इसका सबसे ज्यादा असर 2018 में 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों पर पड़ेगा. अभी से सीबीएसइ ने 9वीं के छात्रों के लिए गाइड लाइन जारी करना शुरू कर दिया है. गाइड लाइन के अनुसार 2017 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2016 8:16 AM
देवघर: सीबीएसइ जहां दूसरे बोर्ड की तरह 10वीं बोर्ड परीक्षा दोबारा लागू करने जा रहा है. वहीं इसका सबसे ज्यादा असर 2018 में 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों पर पड़ेगा. अभी से सीबीएसइ ने 9वीं के छात्रों के लिए गाइड लाइन जारी करना शुरू कर दिया है. गाइड लाइन के अनुसार 2017 में नौवीं फाइनल परीक्षा में जो छात्र फेल कर जायेंगे, उन्हें 10वीं बोर्ड के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करने दिया जायेगा.
ज्ञात हो कि अब तक 9वीं के फाइनल में छात्रों को फेल नहीं किया जाता था. छात्रों को कम मार्क्स भी आते थे तो उन्हें ग्रेड देकर आगे प्रमोट कर दिया जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अगर छात्र फेल करेंगे तो उन्हें दोबारा नौवीं क्लास में ही रहना होगा.
प्री बोर्ड में फेल, तो नहीं मिलेगा एडमिट कार्ड: इस बार से प्री बोर्ड परीक्षा में भी छात्रों को पास करना जरूरी होगा. प्री बोर्ड में भी प्रमोशन सिस्टम को सीबीएसइ खत्म कर देगा. इस कारण छात्रों को अब प्री बोर्ड में भी पास करना जरूरी होगा. प्री बोर्ड के लिए अब शिड्यूल अब बोर्ड ही जारी करेगा.
स्कूलों में बंद हो जायेगी प्रमोशन की व्यवस्था
अब स्कूलों में एक क्लास से दूसरे क्लास में जाने के लिए प्रमोशन व्यवस्था को बंद कर दिया जायेगा. 8वीं से 9वीं या 9वीं से 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों को पास होना आवश्यक है. सीबीएसइ सूत्रों की मानें तो साल में दो बार परीक्षा ली जायेगी. एक बार सितंबर में और दूसरी बार मार्च में फाइनल परीक्षा होगी. दोनों ही परीक्षाओं में पास करना आवश्यक होगा. सीबीएसइ स्कूल में इंटरनल ग्रेडिंग भी बंद कर देगा.
सीबीएसइ ने दिया है निर्देश
स्कूलों को कम से कम कागज खर्च करने का निर्देश सीबीएसइ ने भी दिया है. सीबीएसइ की मानें तो स्कूलों को होम वर्क स्कूल में करवाने के निर्देश के अलावा स्मार्ट क्लासेज शुरु करने को कहा है. नोटबुक पर होम वर्क देने जैसी पुरानी पद्धति को खत्म करने का निर्देश भी सीबीएसइ ने दिया है.
छात्रों को नेचर फ्रेंडली बनाने की पहल
देवघर. स्कूल और छात्रों को पर्यावरण फ्रेंडली बनाने की पहल कई स्कूल इस बार से शुरू करने जा रहे हैं. स्कूल में जहां स्मार्ट क्लासेज की शुरुआत हो रही है, वहीं अब ग्रीन सर्टिफिकेट देने की पहल स्कूलों में की जा रही है. 2017 में होने वाले स्कूल के वार्षिक परीक्षा के रिजल्ट में बदलाव किया जायेगा. रिजल्ट हार्ड कॉपी में नहीं बल्कि सॉफ्ट कॉपी में दिया जायेगा. इससे स्कूल में कागज की बचत के साथ पर्यावरण की सुरक्षा की जायेगी.
अभिभावक के इ-मेल आइडी पर जायेगा रिजल्ट
देवघर. अब अभिभावकों को अपने बच्चे की रिपोर्ट कार्ड और रिजल्ट लेने के लिए स्कूल नहीं आना होगा. क्योंकि अब स्कूल प्रशासन अभिभावकों के ई-मेल आइडी पर उनके बच्चे का रिजल्ट भेज देगा. इसके अलावा रिजल्ट के बाद के स्कूल के निर्देश को भी अभिभावक के ई-मेल आइडी पर भेजा जायेगा.
डिमांड करने पर ही मिलेगी रिजल्ट की हार्ड कॉपी
स्कूलों ने तय किया है कि हर क्लास के बच्चे को सॉफ्ट कॉपी में ही रिजल्ट दिया जायेगा. स्कूल रिजल्ट की हार्ड कॉपी तैयार नहीं करेगा. अगर किसी छात्र को रिजल्ट की हार्ड कॉपी चाहिए होगी, तो इसके लिए उन्हें आवेदन देना होगा. छात्रों के डिमांड करने पर ही उन्हें रिजल्ट की हार्ड कॉपी उपलब्ध करवायी जायेगी.
क्लास परफॉरमेंस के आधार पर भरे जायेंगे रजिस्ट्रेशन फार्म
2018 में 10वीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने के लिए 9वीं के छात्रों का रजिस्ट्रेशन 2017 के अगस्त से सितंबर के बीच करवाया जायेगा. उन्हीं छात्रों को रजिस्ट्रेशन फार्म भरवाया जायेगा, जिनका क्लास परफॉरमेंस अच्छा होगा. इसके अलावा 75 फीसदी एटेंडेंस को भी फोकस किया जायेगा. सीबीएसइ की मानें तो 2017 अप्रैल में जो छात्र 10वीं में जायेंगे, उन्हें क्लास परफॉरमेंस को ठीक करना होगा.

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