चलती ट्रेन से ट्रॉली बैग लेकर भाग रहा उचक्का गिरफ्तार

मधुपुर: ट्रेनों से यात्रियों की अटैची लेकर भागने वाला वांछित अटैची लिफ्टर मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के चिहुंटिया निवासी रणधीर यादव मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया. रणधीर पर जसीडीह, भोपाल समेत अन्य कई रेल थानों में यात्रियों का सामान गायब करने का मामला दर्ज है. मंगलवार की रात वह दुर्ग-पटना साउथ बिहार एक्सप्रेस से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2016 1:39 AM
मधुपुर: ट्रेनों से यात्रियों की अटैची लेकर भागने वाला वांछित अटैची लिफ्टर मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के चिहुंटिया निवासी रणधीर यादव मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया. रणधीर पर जसीडीह, भोपाल समेत अन्य कई रेल थानों में यात्रियों का सामान गायब करने का मामला दर्ज है. मंगलवार की रात वह दुर्ग-पटना साउथ बिहार एक्सप्रेस से किसी यात्री का अटैची लेकर भाग रहा था. जीआरपी ने मधुपुर स्टेशन के प्लेटफाॅर्म संख्या एक से उसे रंगेहाथ गिरफ्तार किया.
बाद में उसकी पहचान मारगोमुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानी चिहुटिया निवासी अटैची लिफ्टर रंधीर यादव के रूप में की गयी है. रेल थाना प्रभारी शमशेर अली ने बताया कि वह सामान्य टिकट लेकर मंगलवार की रात को साउथ बिहार एकसप्रेस में आसनसोल स्टेशन पर स्लीपर बोगी में सवार हुआ. वह मधुपुर स्टेशन में एक रेल यात्री का ट्रॉली बैग लेकर उतर गया. संदेह के आधार पर पूछताछ की गयी ताे उसने अटैची चोरी कर भागने की बात कबूल की. अटैची किस यात्री का है. इसकी सूचना अभी तक नहीं मिली है. इसमें जरूरी कपड़े समेत अन्य सामान मौजूद है.

रणधीर यादव के पास से फर्जी मतदाता परिचय पत्र भी मिला है. जिसका इस्तेमाल वह होटलों में ठहरने और सिम कार्ड खरीदने आदि में करता था. सूचना मिलने पर जसीडीह पुलिस निरीक्षक आरके राम भी पहुंच कर युवक से पूछताछ की. रेल थाना में एक मामला भी दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया गया है.

पहले भी जेल जा चुका है रणधीर यादव
रणधीर पहले भी जसीडीह स्टेशन से एक मामले में पकड़ा कर जेल जा चुका है. उस पर भोपाल रेल थाना में भी एक मामला दर्ज है. उसने अपने छह साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2014 के अंतिम महीने में एक रेल यात्री का अटैची यात्री उड़ाया था. जिसमें तकरीबन दो किलो सोने के जेवरात थे. इस मामले में होटल में मिले मतदाता परिचय पत्र के आधार पर उसके के अलावा बिहार के बेगुसराय के भुटिया सोनार, मुकेश यादव, बिरन यादव, सुशांत मिश्रा, आलोक पासवान व गंगा पासवान शामिल था. मामले में सभी की गिरफ्तारी हो चुकी थी. सिर्फ यही फरार चल रहा था. इसकी गिरफ्तारी की सूचना रेल एसआरपी भोपाल को भी दे दी गयी है.

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