निजी स्कूलों में कम होंगे अंगरेजी के चैप्टर

देवघर : नये शैक्षणिक 2017 से काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन बोर्ड (सीआइएससीइ) ने नर्सरी से लेकर कक्षा बारहवीं तक के करिकुलम में बदलाव करने का फैसला लिया है. 11वीं एवं 12वीं में चल रही अंगरेजी की किताब मच एडु अबाउट को बंद कर दिया जायेगा. पुरानी अंगरेजी की किताब की जगह नयी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2016 1:41 AM
देवघर : नये शैक्षणिक 2017 से काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन बोर्ड (सीआइएससीइ) ने नर्सरी से लेकर कक्षा बारहवीं तक के करिकुलम में बदलाव करने का फैसला लिया है. 11वीं एवं 12वीं में चल रही अंगरेजी की किताब मच एडु अबाउट को बंद कर दिया जायेगा. पुरानी अंगरेजी की किताब की जगह नयी किताब की घोषणा बोर्ड द्वारा जल्द किया जायेगा.

सीआइएससीइ बोर्ड की ओर से बच्चों पर दूसरे बोर्ड की तुलना में अंगरेजी की पढ़ाई का ज्यादा बोझ को लेकर हमेशा सवाल खड़ा किया जाता रहा है. यही नहीं कक्षा 11वीं एवं 12वीं में अंगरेजी की कविता व कहानी के चैप्टर को भी छोटा किया जायेगा. नये शैक्षणिक सत्र से कविता व कहानी के पंद्रह चैप्टर की जगह दस चैप्टर ही शामिल किया जायेगा. इसमें कहानी के पांच और कविता के पांच चैप्टर होंगे.

प्रोजेक्ट व प्रैक्टिकल के अंक बदलेंगे
सीआइएससीइ बोर्ड ने नये शैक्षणिक सत्र से 12वीं की साइंस संकाय की परीक्षा में प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट के अंक बदलने का निर्णय लिया है. अबतक प्रैक्टिकल की परीक्षा में बीस अंक एवं प्राेजेक्ट वर्क में दस अंक दिये जाने का प्रावधान किया गया है. जल्द ही वर्तमान नियम को बदल दिया जायेगा. सीआइएससीइ बोर्ड ने नये शैक्षणिक सत्र से नया करिकुलम लागू करने का फैसला लिया है. विश्वस्त सूत्रों की माने तो बोर्ड ने नर्सरी से लेकर कक्षा आठवीं तक का करिकुलम तैयार कर लिया है. स्कूल प्रबंधन निर्धारित करिकुलम को देख कर ही नर्सरी से लेकर कक्षा आठवीं तक की किताब अपने-अपने स्कूल में चलायेंगे. किसी भी सूरत में निर्धारित करिकुलम में उल्लंघन नहीं किया जा सकता है.
11वीं व 12वीं में सलेक्टिव स्टडी पर पाबंदी
नये शैक्षणिक सत्र से सीआइएससीइ बोर्ड 11वीं व 12वीं की परीक्षा के पैटर्न को भी बदल देगा. चालू सिलेबस के अनुसार 11वीं में जो परीक्षा ली जाती है. उसमें किसी खास चैप्टर को वेटेज दिया जाता था. विद्यार्थी उस चैप्टर को इग्नोर कर सेलेक्टेड चैप्टर की पढ़ाई कर ज्यादा अंक हासिल कर लेते थे. लेकिन, नये शैक्षणिक सत्र से उन्हें जो सवाल पूछे जायेंगे. वो इस प्रकार डिजाइन होगा कि परीक्षार्थी को पूरी किताब की पढ़ाई करनी होगी. अबतक उन्हें सिर्फ लिखने के लिए कहा जाता था कि दस सवाल में से किन्ही पांच या फिर छह सवाल के जवाब दें. लेकिन, नये पैटर्न में सिर्फ दो सवाल पूछे जायेंगे. जिसमें एक का उत्तर अनिवार्य रूप से लिखना होगा. नये सत्र से 11वीं व 12वीं में मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई हो सकेगी.

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