बंद के समर्थन में प्रदर्शन, 34 गिरफ्तार

चितरा : एसपीटी व सीएनटी एक्ट में संशोधन में किये जाने के विरोध में अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के तत्वावधान में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया और सरकार विरोधी नारे लगाये गये. चितरा स्थित चेक पोस्ट पर अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव पशुपति कोल के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए डंपरों का परिचालन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2016 8:16 AM
चितरा : एसपीटी व सीएनटी एक्ट में संशोधन में किये जाने के विरोध में अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के तत्वावधान में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया और सरकार विरोधी नारे लगाये गये. चितरा स्थित चेक पोस्ट पर अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव पशुपति कोल के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए डंपरों का परिचालन लगभग एक घंटे तक बाधित कर दिया गया.

डंपरों के परिचालन बाधित करने के आरोप में चितरा थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने सभी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किये जाने पर डंपरों का परिचालन पुनः शुरू किया गया. इस मौके पर महासभा के महासचिव पशुपति कोल ने कहा कि झारखंड सरकार पूंजीपतियों के दबाब में कार्य कर रही है.

एक्ट में संशोधन कर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है. कहा कि इस कानून से झारखंड को पहचान मिली थी. भगवान बिरसा मुंडा व सिदो कान्हु के शहादत के बाद एसपीटी व सीएनटी एक्ट बना था. इस कानून के लागू होने से मूलवासियों व आदिवासियों की पहचान ही समाप्त हो जायेगी. जबतक सरकार विधेयक को वापस नहीं लेती है तबतक लड़ाई जारी रहेगी. इस मौके होपना मरांडी, योगेश्वर महतो, विपिन टुडू, कृष्णा मरांडी, सुरेश टुडू, राजन कोल, पूरण कोल, फूलचंद कोल, गणेश कोल, आदिनाथ मरांडी, वासुदेव मरांडी, सुनीराम मरांडी, दिलीप टुडू, लीलू कोल, लखन मरांडी, अनिल मुर्मू आदि उपस्थित थे. वहीं दूसरी ओर विधि व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए मधुपुर को कार्यपालक दण्डाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता चितरा पहुंचे. उन्होंने कहा कि चितरा कोलियरी में प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी.

Next Article

Exit mobile version