साइबर ठगों ने फर्जी बैंक अधिकारी बनकर ली थी एटीएम पिन की जानकारी व खाते से उड़ा लिये थे 24,500 रुपये
इसमें मोहनपुर के तिलैया मझियाना गांव के संजय यादव के नाम का इस्तेमाल कर लिया गया था सीम
मोहनपुर : साइबर ठगी के आरोपित की तलाश में पश्चिम बंगाल पुलिस रविवार को मोहनपुर थाना क्षेत्र के तिलैया मझियाना गांव पहुंची. यहां पुलिस ने संजय यादव के घर में छापेमारी की. पुलिस ने संजय यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया.
पश्चिम बंगाल पुरुलिया जिले पुलिस टीम में शामिल इंस्पेक्टर सुबीर कर्मकार व सब इंस्पेक्टर उत्तम मंडल ने बताया कि पुरूलिया जिले में मान बाजार थाना क्षेत्र के किसान तपास कुमार ने बैंक खाते से धोखाधड़ी कर 24,500 रुपये निकासी करने की प्राथमिकी जून 2015 में दर्ज करायी थी. साइबर ठगों ने फर्जी बैंक अधिकारी बनकर तापस के एटीएम का पिन नंबर पूछा था व पैसे उड़ाये थे. तापस को जिस मोबाइल नंबर से फोन आया था, उसका सीम तिलैया मंझियाना के संजय यादव के नाम से लिया गया था. हालांकि आइडी में उम्र 60 वर्ष अंकित था तथा आइडी में जो फोटो था वह इस संजय यादव से मेल नहीं खा रहा था.
पुलिस के अनुसार, संजय अनपढ़ है व उसे मोबाइल चलाने तक भी नहीं आता है. इसलिए उसे पूछताछ कर छोड़ दिया गया. पुलिस के अनुसार, साइबर ठगों ने आइडी को फरजी ढंग से तैयार ठगी में इस्तेमाल किया है. इस मामलेे में तलाशी जारी रहेगी. छापेमारी के दौरान मोहनपुर थाना के एसआइ आरबी सिंह व बमबम सिंह उपस्थित थे. इससे पहले तिलैया मंझियाना के समीप ही देवथर व ओंराबारी में भी हिमाचल व एमपी पुलिस की छापेमारी हो चुुकी थी. यहां भी संजय यादव के तर्ज पर उसके नाम व पते का फरजी आइडी तैयार कर साइबगर ठगी हुई थी. ओंराबारी व देवथर दोनों गांव में अनपढ़ महिला के नाम से फरजी आइडी तैयार ठगी हुई थी. इस इलाके में देेवथर से लेकर आमगाछी, पारोडाल, बांझी, लतासारे व घोरमारा तक साइबर ठग सक्रिय है.
साइबर क्राइम का अड्डा बना मोहनाकनाली
मोहनपुर थाना क्षेत्र के मोहनाकनाली गांव में एक डंगाल इन दिनों साइबर क्राइम का अड्डा बना हुआ है. यहां रोज दर्जनों युवकों द्वारा लेपटॉप व मोबाइल के जरिए साइबर ठगी का अंजाम दिया जा रहा है. ग्रामीणों की जानकारी मिलने पर हरकट्टा पंचायत की मुखिया सरललता देवी ने उक्त डंगाल का निरक्षण किया तो कई युवक भाग निकले. मुखिया सरललता देवी व प्रखंड 20 सूत्री सदस्य किरण मोदी ने कहा कि पुलिस को इसमें लगाम लगानी चाहिए.