देवघर में अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन शुरू, उद्घाटन कर मंत्री राज पलिवार ने कहा झारखंड में मैथिली को मिलेगा द्वितीय राजभाषा का दरजा
देवघर: बाबाधाम स्थित पंडित विनोदानंद झा मेमोरियल टाउन हॉल में तीन दिवसीय 13वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का उदघाटन झारखंड के श्रम मंत्री राज पलिवार ने किया. उदघाटन समारोह में मंत्री श्री पलिवार ने कहा कि अटल जी नहीं होते तो मैथिली संविधान की अनुसूची में शामिल नहीं हो पाती. उन्होंने ही मैथिली और मिथिला को […]
देवघर: बाबाधाम स्थित पंडित विनोदानंद झा मेमोरियल टाउन हॉल में तीन दिवसीय 13वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का उदघाटन झारखंड के श्रम मंत्री राज पलिवार ने किया. उदघाटन समारोह में मंत्री श्री पलिवार ने कहा कि अटल जी नहीं होते तो मैथिली संविधान की अनुसूची में शामिल नहीं हो पाती. उन्होंने ही मैथिली और मिथिला को सम्मान दिया.
आज यूपीएससी की परीक्षा में मैथिली भाषा शामिल है. झारखंड में भी उन्हीं की सरकार है. झारखंड की रघुवर सरकार जल्द ही मैथिली, भोजपुरी, मगही व अंगिका को द्वितीय राजभाषा का दर्जा देगी. वे झारखंड सरकार की ओर से इस बात की घोषणा करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि यदि द्वितीय राजभाषा का दर्जा देने में नियम आड़े आ रहा है तो नियम को शिथिल करें.
इसके लिए अब किसी आंदोलन की जरूरत नहीं है. भाषण में उन्होंने मिथिला और बाबा बैद्यनाथधाम देवघर के ऐतिहासिक कनेक्शन का जिक्र किया. मंत्री श्री पलिवार ने कहा कि मिथिला की संस्कृति को देवघर के पुरोहित आज भी संजो कर रखे हुए हैं.