आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की प्राथमिकी दर्ज

देवघर: बमबम बाबा कॉलोनी हंसकूप के समीप निवासी कटोरिया हाइस्कूल की शिक्षिका पदमावती देवी (45) के शव का पंचनामा कर नगर पुलिस ने सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया. पोस्टमार्टम के बाद मृतका के शव को पुलिस ने परिजनों के हवाले कर दिया. मामले को लेकर मृतका के पति वर्तमान गिरिडीह स्थित एक बैंक के रोकड़िया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2016 7:53 AM
देवघर: बमबम बाबा कॉलोनी हंसकूप के समीप निवासी कटोरिया हाइस्कूल की शिक्षिका पदमावती देवी (45) के शव का पंचनामा कर नगर पुलिस ने सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया. पोस्टमार्टम के बाद मृतका के शव को पुलिस ने परिजनों के हवाले कर दिया. मामले को लेकर मृतका के पति वर्तमान गिरिडीह स्थित एक बैंक के रोकड़िया (रिटायर वायुसेनाकर्मी) महेश कुमार मंडल ने नगर थाना में पत्नी को आत्महत्या के लिये प्रेरित करने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. मामले में कटोरिया हाइस्कूल के प्रधानाध्यापक सहित शिक्षिका रुही कुमारी, नीमा भारद्वाज, अंजू खवाड़े व रीता कुमारी को आरोपित बनाया गया है.
जिक्र है कि 22 दिसंबर को पत्नी ने फोन पर बतायी थी कि प्रधानाध्यापक ने अपनी अनुपस्थिति में कनीय शिक्षक अमरनाथ प्रसाद को प्रभार सौंपा. उसे समझाते हुए घर आकर बात करने की बात कही थी. रात करीब सवा आठ बजे घर पहुंचे तो घर का मुख्य द्वार छोड़ कर सभी गेट खुला देखा, किंतु अंधेरा पसरा हुआ था. आवाज देने, दरवाजा पीटने व फोन करने पर कोई जबाव नहीं मिला. धक्का देकर दरवाजा खोलने के बाद पत्नी पदमावती की लाश पंखे से लटकता देख आवाक रह गया. इसके बाद शिवगंगा पुलिस पोस्ट को खबर कर दिया. महेश ने यह भी कहा है कि पदमावती कटोरिया हाइस्कूल में विगत 10 साल से हिंदी की शिक्षिका थी. वरीयता के क्रम में वह दूसरी स्थान पर थी. प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि वर्तमान प्रधानाध्यापक के कार्यकाल में स्कूल में शिक्षा व आर्थिक अनियमितता से अक्सर विवाद होता था. वह स्कूल में राजनीति होने की बात अक्सर घर में बताती थी.

10 दिसंबर को पदमावती स्कूल की अनियमितता से संबंधित साक्ष्य के लिये फोटो व वीडियो बना रही थी. उसी दौरान सभी आरोपित उसे देख हंसने लगे थे व असभ्य भाषा का भी प्रयोग किया था, जिसकी शिकायत कटोरिया थाना में भी दी गयी थी.

इस मद्देनजर माध्यमिक शिक्षक संघ की स्कूल में बैठक भी हुई थी. आगंतुकों की उपस्थिति में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने एक स्वर में उसके प्रभार में काम करने से मना कर दिया था. स्कूल में उसे पूर्णरुपेण अलग कर दिया था. 21 दिसंबर से उसे समझाते रहे किंतु व्यवस्स्था से अविश्वास होने पर उसने 22 दिसंबर को अकेले में यह कदम उठाया. पत्नी की मौत के पीछे महेश ने स्कूल के शिक्षक सदस्यों को जिम्मेवार ठहराते हुए नामजद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या 699/16 भादवि की धारा 306, 34 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पड़ताल में जुटी है.

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