झाझा जीआरपी ने रिटायर्ड फौजी को भेजा जेल

झाझा/जमुई/जसीडीह: अपने पद व हथियार का दुरुपयोग करने वाले रिटायर्ड फौजी राकेश कुमार सिंह को रेल पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है. पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि सोमवार की देर शाम नशे की हालत में एक सेवानिवृत्त फौजी ने सियालदह-बलिया एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 13105 के स्लीपर बोगी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2016 8:16 AM
झाझा/जमुई/जसीडीह: अपने पद व हथियार का दुरुपयोग करने वाले रिटायर्ड फौजी राकेश कुमार सिंह को रेल पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है. पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि सोमवार की देर शाम नशे की हालत में एक सेवानिवृत्त फौजी ने सियालदह-बलिया एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 13105 के स्लीपर बोगी एस-4 में हंगामा करते हुए फायरिंग कर दी थी. इस कारण उस बोगी में अफरा-तफरी मच गयी थी. उन्होंने बताया कि घटना की सूचना जसीडीह आरपीएफ द्वारा झाझा आरपीएफ को दी गयी थी, तभी जीआरपी के सहयोग से उसे हिरासत में लिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि हिरासत में लिया गया मेडिकल वोलेंट्री रिटायर्ड फौजी जवान राकेश कुमार सिंह, पिता स्व. श्याम नारायण सिंह , झारखंड राज्य के पूर्वी सिंहभूम अंतर्गत जमशेदपुर स्थित बारीडीह कॉलोनी का रहने वाला है.
एफआइआर के अनुसार, नशे में की फायरिंग
पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि वह वर्तमान में बिहार के बांका जिला में किसी बालू ठेकेदार के यहां कार्य करता था. अपने वेतन का पैसे ले कर जमशेदपुर जा रहा था. इसी दौरान देवघर में कुछ अन्य दोस्त के साथ शराब का सेवन भी किया था. वह जमशेदपुर जाने को लेकर जसीडीह स्टेशन आया था. नशे में होने के कारण बलिया जाने वाली ट्रेन सियालदह-बलिया एक्सप्रेस की स्लीपर बाेगी में सवार होकर एक सीट पर बैठ गया. जसीडीह से ट्रेन के खुलने के उपरांत उक्त सीट के अधिकृत यात्री आये और सीट खाली करने को कहा. इसी दौरान फौजी ने अपने पास मौजूद पिस्टल से फायरिंग कर दी. इसके चलते उक्त बोगी में अफरा-तफरी मच गयी. बोगी में सवार रेलयात्री अपनी सीट छोड़ कर दूसरी बोगी में भागने लगे. तभी जसीडीह आरपीएफ ने घटना की सूचना झाझा आरपीएफ को दी. सूचना पाते ही आरपीएफ जीआरपी के सहयोग से झाझा में ट्रेन रुकते ही उसे हिरासत में ले लिया.
एक बंदूक, पिस्टल व जिंदा कारतूस बरामद
थानाध्यक्ष श्री कुमार ने बताया कि तलाशी के दौरान उसके पास से 16800 रुपये नगद, एक मोबाइल,आधार कार्ड के अलावा प्वाइंट 32 की एक पिस्तौल, एक नाली रेगुलर बंदूक, रिवाल्वर की 20 व बंदूक का छह जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि ब्रेथ एनालाइजर से जांच करने पर 161 प्वाइंट शराब का नशा पाया गया. जीआरपी थानाध्यक्ष श्री कुमार ने बताया कि बरामद आग्नेयशस्त्र राकेश कुमार सिंह के नाम से है. यह कहां जा रहा था. इसकी जांच की जाएगी. आर्मी की पहचान उसके पास से बरामद वोटर आई कार्ड व आधार कार्ड के आधार पर किया गया है.
मैंने अपनी पिस्टल से फायरिंग नहीं की : रिटायर्ड फौजी
जीआरपी द्वारा हिरासत में लिये गये मेडिकल वोलेंट्री रिटायर्ड फौजी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि वह 29 राष्ट्रीय राइफल के ग्रेनेडियर रेजिमेंट में शामिल था. उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध के दौरान ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन रक्षक जैसे दल में शामिल होकर भारत की जीत दर्ज कराने में अहम भूमिका निभायी. तीन वर्ष तीन महीना 23 दिन की सेवा में कई बार पाकिस्तानी सैनिकों को पीछे धकेला. फौजी होने के नाते हमने शराब का सेवन किया. मुझे जमशेदपुर जाने वाली ट्रेन पकड़नी थी. गलती से बलिया जाने वाली ट्रेन पर सवार हो गया. मैंने अपनी पिस्टल से कोई फायरिंग नहीं की.

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