आकलन के बाद होगी खदानों की बंदोबस्ती : उपायुक्त

देवघर. जिला पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण की बैठक डीसी अरवा राजकमल की अध्यक्षता में हुई. बैठक में खनन विभाग से 12 नये पत्थर खदान व एक बालू घाट की बंदोबस्ती का प्रस्ताव रखा गया. बैठक में डीसी ने कहा कि नये खदानों की बंदोबस्ती तभी होगी, जब पर्यावरण प्रभाव आकलन पूरी कर ली जायेगी. अगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2016 8:05 AM

देवघर. जिला पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण की बैठक डीसी अरवा राजकमल की अध्यक्षता में हुई. बैठक में खनन विभाग से 12 नये पत्थर खदान व एक बालू घाट की बंदोबस्ती का प्रस्ताव रखा गया. बैठक में डीसी ने कहा कि नये खदानों की बंदोबस्ती तभी होगी, जब पर्यावरण प्रभाव आकलन पूरी कर ली जायेगी. अगर पत्थर व बालू खनन से आसपास पर्यारवण को क्षति पहुंचने की संभावना होगी तो खनन की अनुमति नहीं दी जायेगी.

पर्यावरण प्रभाव में मुख्य रुप से आसपास की आबादी को स्वास्थ्य, पानी समेत अन्य बिंदुओं पर कोई प्रभाव पड़ेगा तो खनन की अनुमति नहीं दी जायेगी. प्रभाव का आकलन संबंधित विभाग के तकनीकी पदाधिकारी अपनी टिप्पनी निर्धारित समय पर देंगे. डीसी ने कहा कि प्रत्येक आवेदन की अलग-अलग फाइल खोली जायेगी. शुक्रवार को बैठक के दौरान चार आवेदनों में दो आवेदन अधूरा था, इसकी पूरी रिपोर्ट मांगी गयी. बैठक में एसडीओ सुधीर कुमार गुप्ता, सहायक खनन पदाधिकारी बाबूलाल रजक, डाॅ सुनील कुमार सिन्हा आदि थे.

Next Article

Exit mobile version