देवघर : नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार को उम्मीद थी कि 31 दिसंबर के बाद स्थिति सामान्य हो जायेगी, लेकिन कम से कम देवघर में तो ऐसा नहीं दिख रहा है. देवघर के अधिकतर लोगों को अबतक पांच सौ रुपये के नोट के दर्शन तक नहीं हुए हैं. अधिकतर एटीएम में 100-500 के नोट नहीं रहने से लोग या तो दो हजार या फिर चार हजार निकालने को मजबूर हैं. एक जनवरी से एटीएम से निकासी की सीमा 2500 से बढ़ाकर 4500 तो कर दी गयी, लेकिन छोटे नोट होने से लोगों को इसका पूरा फायदा नहीं मिल पा रहा है.
शहर के वीआइपी चौक, आरमित्रा के सामने, राय कंपनी मोड़, बाजला चौक समेत प्राय: सभी एटीएम काउंटरों से सोमवार को भी दो हजार रुपये के ही नोट निकल रहे थे. इधर, बैंक प्रबंधनों की मानें तो आरबीआइ की अोर से फर्स्ट लॉट में कम मात्रा में ही पांच सौ के नोेट देवघर भेजे गये थे, जो विभिन्न एटीएम काउंटरों से लोगों के बीच वितरित कर दिये गये. उसके बाद से पांच सौ के नोट नहीं निकल रहे हैं. हालाकि बैंक शाखा में खाताधारक जब अपने खाता में नकदी जमा करने पहुंचे रहे हैं तो 50, 100, 500 तथा 2000 के नोट मिला कर डाल रहे हैं. धीरे-धीरे बैंक के पास 500 अौर 100 के नोट जमा हो रहे हैं, जिसे बाद में काउंटरों के जरिये लोगों तक पहुंचाने का प्रयास जारी है.
कहते हैं लोग
एटीएम काउंटर में 100 व 500 रुपये के नोट है ही नहीं, ऐसे में आरबीआई व सरकार डेली लिमिट 2,500 रुपये करे या 4,500 रुपये, उससे क्या फर्क पड़ने वाला है. आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिलने वाला है.
– जगदीश प्रसाद
सरकार के लाख प्रयास के बावजूद आम लोगों को कैश विथड्राल लिमिट बढ़ाने का लाभ नहीं मिल रहा है. अधिकांश काउंटरों में आज भी 100 व 500 के नोट नहीं दिखे, ऐसे में 4500 रुपये कैसे निकलेगा.
– विनोद कुमार