नागर विमानन के नाम हुई एयरपोर्ट की जमीन
देवघर: नागर विमानन विभाग का देवघर एयरपोर्ट की 437.70 एकड़ रैयती जमीन पर दखल की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद म्यूटेशन भी हो गया. नागर विमानन के निदेशक के नाम से म्यूटेशन कर दिया गया है. इसमें देवघर अंचल के 13 गांवों की जमीन है. निदेशक के नाम से लगान रसीद भी काट दी गयी […]
देवघर: नागर विमानन विभाग का देवघर एयरपोर्ट की 437.70 एकड़ रैयती जमीन पर दखल की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद म्यूटेशन भी हो गया. नागर विमानन के निदेशक के नाम से म्यूटेशन कर दिया गया है. इसमें देवघर अंचल के 13 गांवों की जमीन है. निदेशक के नाम से लगान रसीद भी काट दी गयी है. अंचल कार्यालय ने उक्त सभी 13 गांवों की जमीन के दस्तावेज को ऑनलाइन कर दिया गया है.
इस प्रक्रिया से देवघर एयरपोर्ट में 437.70 एकड़ रैयती जमीन पर नागर विमानन विभाग का दस्तावेज में पूर्ण रुप से अधिकार हो गया है. देवघर एयरपोर्ट के लिए कुल 600 एकड़ जमीन चिन्हित है. इसमें 437.70 एकड़ शुद्ध रैयती, 144 एकड़ सरकारी व 18 एकड़ वन विभाग की जमीन है.
सरकारी व वन विभाग की जमीन को भी नागर विमानन विभाग को हेंडओवर करने के लिए सारी विभागीय प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है. नागर विमानन निदेशक के नाम से गौरीपुर, असहना, पदमपुर, किसनी चमारीडीह, कटिया, सिंहपुर, बाबूपुर, सिमरिया, सिंहपुर योगीडीह, डोमा मारनी, सुंदरी, सल्लूरायडीह व नैयाडीह गांवों जमीन का म्यूटेशन हो गया है.
21 करोड़ के विवादित मुआवजे की सुनवाई दुमका कोर्ट में होगी
एयरपोर्ट की जमीन में 21 करोड़ रुपये के मुआवजा राशि में दावा को लेकर रैयतों में आपसी विवाद चल रहा है. अब विवादों की सुनवाई दुमका कोर्ट में भू-अर्जन अधिनियम के तहत गठित प्राधिकरण में प्रधान डीजे के स्तर से की जायेगी. देवघर से भू-अर्जन विभाग ने 21 करोड़ रुपये से संबंधित विवादित मामले के दस्तावेज को भू-अर्जन प्राधिकरण दुमका को भेज दिया गया है.
अब चालू हो पायेगा निर्माण कार्य
अब एयरपोर्ट ऑथेरिटी ऑफ इंडिया की ओर से एयरपोर्ट निर्माण कार्य की दिशा में टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर सकती है. पिछले दिनों नागर विमानन विभाग से आयी तकनीकी टीम ने एयरपोर्ट में रन-वे समेत अन्य क्षेत्रों में मिट्टी भराई के लिए तीन स्थलों से मिट्टी का नमूना कलेक्ट किया था. विभाग की ओर से लैब में हुई जांच में मिट्टी का नमूना सही पाया गया है. अब उक्त स्थल से मिट्टी का उठाव कर एयरपोर्ट रन-वे समेत अन्य क्षेत्रों में मिट्टी भरने का काम चालू होगा. नागर विमानन विभाग से इस कार्य का टेंडर निकाला जायेगा.