अवार्ड मानक स्कीम के क्रियान्वयन का निर्देश

देवघर : कक्षा छह से दशम तक के विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से शुरू किये गये इन्सपायर अवार्ड स्कीम को अब इन्सपायर अवार्ड मानक (मिलियन माइंडस ऑग्मेंटिंग नेशनल एस्पिरेशन एंड नॉलेज) के नाम से जाना जायेगा. इन्सपायर अवार्ड मानक स्कीम के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2017 8:35 AM
देवघर : कक्षा छह से दशम तक के विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से शुरू किये गये इन्सपायर अवार्ड स्कीम को अब इन्सपायर अवार्ड मानक (मिलियन माइंडस ऑग्मेंटिंग नेशनल एस्पिरेशन एंड नॉलेज) के नाम से जाना जायेगा. इन्सपायर अवार्ड मानक स्कीम के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव द्वारा जारी किया गया है.
योजना के क्रियान्वयन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी देवघर द्वारा विभागीय पत्र को जिले के सभी कोटि के सरकारी व गैर सरकारी उच्च एवं मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक को भेज कर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है. कार्यक्रम का लक्ष्य देश के पांच लाख स्कूलों से (दो या तीन विचार या प्रस्ताव प्रत्येक विद्यालय) दस लाख नये विचार या नव परिवर्तन/नवप्रवर्त्तन तक पहुंचाना है. सरकारी व गैर सरकारी किसी भी कोटि के स्कूलों में 10 से 15 वर्ष तक के विद्यार्थी जो कक्षा छह से दशम में अध्ययनरत हैं. इसमें भाग ले सकते हैं. विज्ञान एवं प्रौद्याेगिकी विभाग की वेबसाइट इ-एमआइएएस के जरिये विद्यालयों द्वारा नामांकन स्वीकृत किया जायेगा. छात्रों के द्वारा जो भी परियोजना या प्राकल्प बनाया जायेगा. उसकी एक रूपरेखा नामांकन प्रस्ताव के साथ संलग्न करना अनिवार्य होगा. चयन का आधार नामांकन प्रस्ताव के साथ जमा किये गये परियोजना या मॉडल की रूप रेखा की सृजनशीलता, नवीनता, नवप्रवर्त्तन होगा.
होगी परियोजना प्रतियोगिता
योजना के तहत जिलास्तरीय प्रदर्शनी एवं परियोजना प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा. दस हजार योग्यतम नवप्रवर्त्तन को सूचीबद्ध करने के लिए अभिनिर्णायक के रूप में अपनी सहभागिता देगी. चयनित दस हजार विद्यार्थियों को राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में शामिल किया जायेगा.
नये मॉडल व प्रोजेक्ट निर्माण के लिए मिलेगी रािश
नये मॉडल के विकास के लिए राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में चयनित दस प्रतिशत विद्यार्थियों को मॉडल व प्रोजेक्ट निर्माण के लिए बीस हजार रूपये दिये जायेंगे. छात्रों के नवीनतम मॉडल को विकसित करने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन तथा ज्ञान प्रदान के लिए एनआइएफ, एनआइटीएस, आइआइटीएस द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा.

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