पांच महीने से खुले आसमान के नीचे िदन गुजार रहा था सुरेश महतो व उसका परिवार
देवघर: प्रखंड के पिछड़ीबाद पंचायत के कोकहराजोरी गांव निवासी सुरेश महतो का खपड़ेल का घर 17 सितंबर 2016 को बारिश में ढह गया था. इस घटना में सुरेश व उनका परिवार बाल-बाल बच गया. इससे हजारों का नुकसान भी हुआ. बारिश से छत ढहने के बाद सुरेश व उसका परिवार पिछले पांच माह से दोपहर […]
देवघर: प्रखंड के पिछड़ीबाद पंचायत के कोकहराजोरी गांव निवासी सुरेश महतो का खपड़ेल का घर 17 सितंबर 2016 को बारिश में ढह गया था. इस घटना में सुरेश व उनका परिवार बाल-बाल बच गया. इससे हजारों का नुकसान भी हुआ. बारिश से छत ढहने के बाद सुरेश व उसका परिवार पिछले पांच माह से दोपहर में खुले आसमान व रात में आसपास के मंदिर में रहकर जिंदगी काट रहा है. सुरेश ने घटना के तीसरे दिन ही अपने गांव से 20 किलोमीटर दूर देवघर अंचल कार्यालय पहुंचे.
मुआवजा व नया आवास के लिए अंचल कार्यालय में आवेदन दिया. ताकि एक प्लास्टिक भी मिल जाये तो सुरेश घर की छत की छावनी कर बारिश व ठंड में बच सके. अपनी मजदूरी छोड़ दर्जनों बार अंचल कार्यालय में चक्कर लगाने के बाद भी सुरेश को मुआवजा तो दूर एक प्लास्टिक तक नहीं मिला. सुरेश ने डीसी के पास भी आवेदन दिया था, लेकिन दर-दर की ठोकर खाने के बाद भी उनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी.
रोज-रोज मजदूरी छोड़ अंचवल कार्यालय का चक्कर भी लगाना सुरेश ने छोड़ दिया, गरीबी की वजह से सुरेश भुखमरी की जिंदगी जी रहा है. अंत में किसी जागरुक व्यक्ति के सुझाव पर में सुरेश ने मुख्यमंत्री जनसंवाद में ऑन लाइन शिकायत दर्ज करायी. 17 जनवरी को आइटी सचिव ने जनसंवाद में सुरेश की शिकायत की समीक्षा कर संबंधित पदाधिकारी का फटकार लगायी व खुले आसमान में रहने को विवश सुरेश को अविलंब मुआवजा व आवास देने का निर्देश दिया.
तत्काल मिला सात हजार का मुआवजा
आइटी सचिव से मिली फटकार के बाद प्रशासन की नींद टूटी. बुधवार की शाम को ही हल्का कर्मचारी सुरेश के घर पहुंचे व घर का मुआयना किया. गुरूवार को सीओ शैलेश कुमार ने सुरेश को बारिश से हुई क्षति पर तत्काल सात हजार रूपये का चेक दिया व प्रखंड कार्यालय को प्रधानमंत्री आवास देने के लिए अनुशंसा की गयी. अब सुरेश को इंतजार होगा कि उन्हें अब पीएम आवास मिलेगा.