अपने कर्म से ही योग भोगता है मनुष्य: संजय
मधुपुर. कुंडू बंगला स्थित अरुण कुमार मोहनका के आवासीय परिसर में चल रहे श्रीमद भागवत महापुराण कथा सप्ताह के छठे दिन गोवर्धन उत्सव का कथा वाचन हुआ. वृंदावन से आये संजय कृष्ण भैया ने बताया कि उन्होंने कहा कि गोवर्धन भगवान एक प्रत्यक्ष देवता है जो सभी की मनोकामना पूर्ण करते हैं. उन्होंने कर्मकांड को […]
मधुपुर. कुंडू बंगला स्थित अरुण कुमार मोहनका के आवासीय परिसर में चल रहे श्रीमद भागवत महापुराण कथा सप्ताह के छठे दिन गोवर्धन उत्सव का कथा वाचन हुआ. वृंदावन से आये संजय कृष्ण भैया ने बताया कि उन्होंने कहा कि गोवर्धन भगवान एक प्रत्यक्ष देवता है जो सभी की मनोकामना पूर्ण करते हैं. उन्होंने कर्मकांड को समझाते हुए कहा कि व्यक्ति अपने कर्म से ही योग भोगता है. भाग्य के साथ कर्म करना जरूरी है. कहा कि गोवर्धन पर्वत से ही हमें सबकुछ मिलता है.
उन्होंने कहा कि गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए. रास पंचाध्याय की कथा एक गोपी की कथा नहीं है. रास लीला की कथा उन्होंने विस्तार से बतायी. भगवान श्रीकृष्ण व्रज छोड़ कर अकुट जी के साथ मथुरा चले गये और वहां कंसवध कर उद्धार किया. माता पिता को कारागार से मुक्त कराया. श्री कृष्ण जरासंध युद्ध और कालिया का उद्धार करते हुए द्वारिका में बस गये. जहां रुक्मिणी के साथ भगवान श्री कृष्ण का विवाह हुआ. कार्यक्रम में रूकमणि विवाह को कथा के माध्यम से बताया गया. उपस्थित भक्तों ने विवाह का आनंद लिया.
भजन से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया. पर दर्जनों महिला, पुरूष भक्त उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में शारदा देवी मोहनका, अरूण मोहनका, बबीता देवी, अजय मोहनका, संगीता देवी, कन्हैया लाल कन्नू,दिनेश डालमिया, विमल कलबलिया, इशांत, अंकित, शुभम, पीयूष आदि मौजूद थे.