कालीन बनाकर युवतियां संवार रही जिंदगी

मधुपुर : घघरजोरी पंचायत के काल्हाजोर की युवतियों द्वारा बनाये गये आकर्षक कालीन विदेशों की शोभा बढ़ा रही है. ग्रामीण युवतियों द्वारा कई तरह के कालीन बनाने की कला ने गांव को एक अलग ही पहचान दी है. यहां के दर्जनों युवतियों में कालीन बनाने की कला ने रोजगार रोजगार के मानो दरवाजे खोल दिये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2017 2:13 AM

मधुपुर : घघरजोरी पंचायत के काल्हाजोर की युवतियों द्वारा बनाये गये आकर्षक कालीन विदेशों की शोभा बढ़ा रही है. ग्रामीण युवतियों द्वारा कई तरह के कालीन बनाने की कला ने गांव को एक अलग ही पहचान दी है. यहां के दर्जनों युवतियों में कालीन बनाने की कला ने रोजगार रोजगार के मानो दरवाजे खोल दिये हैं. इस गांव में बनायी जा रही एक से बढ़कर एक कालीन अमेरिका, जर्मनी, इटली व रुस में सराही जा रही है. इतना ही नहीं ग्रामीण युवतियों की इस हस्तकला को काल्हाजोर के अलावा घघरजोरी, बाराटांड़, आम्हाटिल्हा, दुधानी, आस्था आदि गांव की युवतियां भी अपना रही है.

काल्हाजोर की कारीगर सेबुन, रहीना, अफसाना, तरन्नुम, नाजबुन, शहनाज, खुशबू, रूकशाना आदि का कहना है कि जयपुर रगस फाउंडेशन के द्वारा इन्हें कालीन बनाने का प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया गया है. इसके बाद से ही इन लोगों के द्वारा आकर्षक कालीन का निर्माण किया जा रहा है. बताया कि कालीन बनाने की सामग्री जयपुर, लखनउ से मंगाया जाता है. कालीन बनाने में कारीगरों को सामुहिक रूप से 40-45 दिन का समय लगता है.

Next Article

Exit mobile version