पागल बाबा आश्रम में लगेगा धर्म-अध्यात्म का महामेला
जसीडीह: जसीडीह-रोहिणी मुख्य मार्ग स्थित पागलबाबा आश्रम की स्वर्ण जयंती के लिए सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. आगामी रविवार को आश्रम से भव्य शोभा यात्रा निकाली जायेगी जो बाबा मंदिर तक जायेगी. इस शोभा यात्रा में हजारों की संख्या में देश-विदेश के हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है. आश्रम को भव्य […]
जसीडीह: जसीडीह-रोहिणी मुख्य मार्ग स्थित पागलबाबा आश्रम की स्वर्ण जयंती के लिए सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. आगामी रविवार को आश्रम से भव्य शोभा यात्रा निकाली जायेगी जो बाबा मंदिर तक जायेगी. इस शोभा यात्रा में हजारों की संख्या में देश-विदेश के हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है.
आश्रम को भव्य तरीके से सजाने के लिए कोलकाता के नामी कलाकारों द्वारा लगातार काम किया जा रहा है. परिसर में समारोह के दौरान भजन संध्या और आतिशबाजी जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे. सोमवार को सुबह में पुष्प वर्षा और संगीतमय देश भक्ति गीतों का संगीत कार्यक्रम आयोजित होगा. पागलबाबा विद्यापीठ के प्राचार्य संदीप मिश्रा ने बताया कि परिसर में 50 साल पूरे होने पर कई तरह के भक्ति कार्यक्रम होंगे.
पागलबाबा का है बड़ा महात्म : गौरतलब है कि महान संत लीलानंद ठाकुर (पागलबाबा) 1967 में जसीडीह में आज जहां आश्रम है, वहीं से धर्म, अध्यात्म, लोक कल्याण की परंपरा शुरू की. उन्होंने जन कल्याण के लिए कई प्रकार की सेवाएं शुरू कीं. गरीबों के लिए होमियोपैथिक मुफ्त दवा केन्द्र ,भोजन, शिक्षा समेत अन्य प्रकार की सेवाओं की शुरूआत की गयी.गरीबों में शिक्षा फैलाने के लिए विद्यापीठ की स्थापना की. इसमें आज भी लगभग हजारों की संख्या में बच्चों को मुफ्त भोजन, कपड़ा, किताब आदि की व्यवस्था की जाती है. यही कारण है कि देश-विदेश में पागलबाबा के लाखों लोग अनुयायाी हैं. उनके महात्म को दूर-दूर तक फैला रहे हैं.