उद्भेदन: गिरफ्तार आरोपित ने किया खुलासा, राजनीतिक वर्चस्व में गयी ठेकेदार राजकिशोर की जान

देवघर: नगर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि राजकिशोर की हत्या राजनीतिक वर्चस्व के कारण की गयी. बहुत दिनों से राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई राजकिशोर की गुड्डू के साथ चल रही थी. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अंग्रेज से पूछताछ में पता चला है कि राजकिशोर पर गोली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2017 8:45 AM
देवघर: नगर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि राजकिशोर की हत्या राजनीतिक वर्चस्व के कारण की गयी. बहुत दिनों से राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई राजकिशोर की गुड्डू के साथ चल रही थी. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अंग्रेज से पूछताछ में पता चला है कि राजकिशोर पर गोली विक्की उर्फ विकास मेहता ने चलायी थी, जबकि हिमांशु को बूचा ने गोली मारी थी. सूजय अपनी गाड़ी चला रहा था. वहीं पंकज व पिकेश के साथ वह स्कॉर्पियो गाड़ी में ही बैठा रह गया था.
26 को हमलावरों को लेकर आया था पंकज
अंग्रेज ने पूछताछ में यह भी बताया है कि दोनों हमलावरों विक्की उर्फ विकास मेहता व बूचा को लेकर पंकज 26 फरवरी को ही देवघर आया था. यहां आने के बाद उनलोगों को पंकज ने अपने गांव पनसलवा निवासी एक व्यक्ति के जसीडीह स्थित संथाली में बनाये घर में शरण दिलाया था. पंकज व संथाली के उक्त मकान मालिक ने मिलकर हमलावर विक्की उर्फ विकास व बूचा को देवघर में घूमाकर रास्ता आदि दिखाया था. अंग्रेज ने यह भी बताया है कि गुड्डू व सुड्डू के कहने पर उसने सूजय का स्कॉर्पियो किराये में लिया व दोनों 28 फरवरी को यहां पहुंचे थे. तीन-चार दिनों तक राजकिशोर की रैकी करने के बाद घटना के पूर्व उसे चरकीपहड़ी में अकेला पाकर गोली मारी थी. हमलावरों को जसीडीह थानांतर्गत संथाली में ठहराने वाले पनसलवा निवासी व्यक्ति को बुलाकर पूछताछ कर चुकी है. वहीं सूजय के भाई को भी बुलाकर पुलिस ने पूछताछ की.
एक महीने से था जान पर खतरा
एसपी ने बताया कि जांच में यह बात भी सामने आयी है कि राजकिशोर को एक महीने पूर्व ही जान पर खतरे की आशंका हुई थी. इसके बाद से ही वह देवघर में आकर लगातार रहने लगा था, किंतु यह बात उसके द्वारा पुलिस को नहीं बतायी गयी थी. यह भी पता चला है कि राजकिशोर के चचेरे भाई की वर्चस्व में एक साल पूर्व हत्या की गयी थी.
आर्म्स एक्ट का आरोपित रह चुका है अंग्रेज
एसपी ने बताया कि अंग्रेज पूर्व में आर्म्स एक्ट का आरोपित रह चुका है और जेल भी गया था. गुड्डू से उसकी दोस्ती बहुत दिनों से है और वह उसी के लिये काम करता था.
गुड्डू व विक्की पर दर्ज हैं चार-चार मामले
राजकिशोर हत्याकांड के साजिशकर्ता गुड्डू व हमलावर विक्की उर्फ विकास के विरुद्ध चार-चार मामले दर्ज हैं.गुड्डू के विरुद्ध खगड़िया के पसराहा थाना में रंगदारी का मामला कांड संख्या 86/15, हत्या से संबंधित कांड संख्या 119/15, हत्या का मामला गोगरी थाना कांड संख्या 70/15 व परबत्ता थाना में आर्म्स एक्ट का मामला कांड संख्या 97/15 दर्ज है. विक्की के खिलाफ सिंघेश्वर थाना कांड संख्या 113/14, 112/14, लूट का मामला 105/11 व आर्म्स एक्ट का मामला रुपौली थाना कांड संख्या 169/11 दर्ज है.
मामले के उदभेदन में लगायी गयी थी चार टीम
एसपी ने बताया कि मामले के उदभेदन के लिये चार टीम लगायी गयी थी. एक टीम कटिहार अंतर्गत कुरसेला भेजी गयी थी, जिसमें नगर इंस्पेक्टर टीएन झा व सदर इंस्पेक्टर आरके सिन्हा शामिल थे. दूसरी टीम को मधेपुरा भेजी गयी थी, जिसमें सीसीआर डीएसपी रविकांत भूषण व एएसआइ बीके मंडल समेत सशस्त्र पुलिसकर्मी शामिल थे. तीसरी टीम को मुख्यालय डीएसपी राजकिशोर के नेतृत्व में खगड़िया भेजी गयी थी, जिसमें एएसआइ जीके मित्रा व सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे. इसके अलावा चौथी टीम एसडीपीओ दीपक कुमार पांडेय के नेतृत्व में स्थानीय स्तर पर काम कर रही थी. सहयोग में नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय व जसीडीह थाना प्रभारी विनोद कुमार को लगाया गया था. एसपी ने कांड के उदभेदन में लगे पदाधिकारी समेत पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत कराने की बात कही है. जानकारी हो कि चरकीपहाड़ी निवासी संतोष राय के गृहप्रवेश समारोह में शामिल होकर निकलने के दौरान राजकिशोर को बुधवार शाम में गोली मारकर हत्या की गयी थी. मौके पर उसके सहयोगी हिमांशु को भी गोली लगी थी.
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
एसपी ने कहा कि पहली बार किसी बड़े अपराध का खुलासा सीसीटीवी फुटेज से हुआ. घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो व उस पर सवार आरोपितों की हुलिया की जानकारी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से ही हुई थी. उसके बाद स्कॉर्पियो का डिटेल्स निकाला गया और आरोपितों की फोटो निकालकर बिहार के खगड़िया, मधेपुरा व कटिहार पुलिस का सहयोग लिया गया. एसपी ने कहा कि राजकिशोर हत्याकांड का खुलासा करने में तकनीकी साक्ष्य का बहुत मदद मिला. घटनास्थल पर छूटे आरोपितों की हथियार, स्कॉर्पियो से मिले कटारी आदि की डीएनए प्रोफाइलिंग कराने की बात भी एसपी ने कही.

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