भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक और आंदोलन की जरूरत
देवघर: जेपी आंदोलन की 44वीं वर्षगांठ पर मारवाड़ी कांवर संघ सभागार में लोकतंत्र सेनानी संघ के प्रमंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जेपी आंदोलन के वरिष्ठ नेता गणेश चंद्र चौधरी ने कहा कि भ्रष्टाचार अभी तक खत्म नहीं हुआ है. इसे दूर करना जरूरी है. जेपी आंदोलनकारियों ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध […]
देवघर: जेपी आंदोलन की 44वीं वर्षगांठ पर मारवाड़ी कांवर संघ सभागार में लोकतंत्र सेनानी संघ के प्रमंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जेपी आंदोलन के वरिष्ठ नेता गणेश चंद्र चौधरी ने कहा कि भ्रष्टाचार अभी तक खत्म नहीं हुआ है. इसे दूर करना जरूरी है. जेपी आंदोलनकारियों ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक आंदोलन छेड़ा था. इससे सभी भ्रष्टाचारियों में हडकंप मच गया था. देश में एक बार फिर भ्रष्टाचार बढ़ रहा है.
इसके विरुद्ध संघर्ष शुरू करना होगा. सम्मेलन का विषय ‘जेपी आंदोलन के उद्देश्य, जेपी के प्रतिपादित सिद्धांत व संपूर्ण क्रांति क्यों’ पर विषय प्रवेश श्याम श्रृंगारी ने कराया. वहीं सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर झारखंड सरकार से जेपी आंदोलनकारियों के सम्मान के लिए बिहार सरकार के 17 जुलाई 2015 के संकल्पों को अंगीकार व स्वीकार करने तथा झारखंड में भी सुविधाएं लागू करने की मांग की गयी. इसके साथ ही भारत सरकार से जेपी आंदोलनकारियों व आपातकाल पीड़ितों को लोकतंत्र सेनानी घोषित कर स्वतंत्रता सेनानियों की तरह सम्मान व ताम्र पत्र देने की मांग की.
सभा में नारायण टिबड़ेवाल, दुर्लभ मिश्रा, हरे कृष्ण पांडेय, रामचंद्र दूबे, विजय सोनी, अरविंद कुमार सिंह आदि ने भी अपने-अपने विचार रखे. इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गणेश चंद्र चौधरी, कार्यक्रम संयोजक बुद्धिनाथ खवाड़े, दुर्लभ मिश्रा, रामचंद्र दूबे, श्याम कुमार, गौरी शंकर शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया. सम्मेलन में रुद्र नारायण पुरोहितवार के नेतृत्व में संतोष शर्मा सहित आधा दर्जन लोगों ने समवेत स्वर में जय प्रकाश का बिगुल बजा जो जाग उठी तरुणाई है… गाकर 1974 के दिनों की याद ताजा कर दी. कार्यक्रम की अध्यक्षता बुद्धिनाथ खवाड़े व धन्यवाद ज्ञापन गौरी शंकर शर्मा ने किया.