मनुष्य को पाप से बचना चाहिए पापी से नहीं
जसीडीह : स्थानीय रूइया धर्मशाला में रविवार से सात दिवसीय भागवत कथा शुरू हुआ. इसका उद्घाटन स्वामी प्रभंजनानंद तथा श्री राम कृष्ण कथा समिति के सदस्यों ने किया. भागवत कथा सुनने के लिए आसपास गांव से लोगों की भीड़ उमड़ी. कथा वाचक स्वामी प्रभंजनानंद जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि मानव में भगवान की […]
जसीडीह : स्थानीय रूइया धर्मशाला में रविवार से सात दिवसीय भागवत कथा शुरू हुआ. इसका उद्घाटन स्वामी प्रभंजनानंद तथा श्री राम कृष्ण कथा समिति के सदस्यों ने किया. भागवत कथा सुनने के लिए आसपास गांव से लोगों की भीड़ उमड़ी. कथा वाचक स्वामी प्रभंजनानंद जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि मानव में भगवान की कथा सुनकर अपने जीवन में किये गये पापों को खत्म करने की असीम शक्ति है. भगवान की कथा सुनकर पापी भी उनके चरणों में जा सकता है.
उन्होंने कहा कि कथा से मन व शरीर दोनों पवित्र हो जाता है. भागवत कथा के सभी श्लोक में पापियों को पाप से मुक्त करने की अपार शक्ति है, जिसे पढ़कर या सुनकर लोग मुक्ति पा सकते है. लोगों को पाप से हमेशा बचना चाहिए पापी से नहीं. उन्होंने कहा कि मानव को अहंकार से हमेशा दूर रहना चाहिए, अहंकारी मानव भगवान के शरण में नहीं जा सकता है. जो व्यक्ति सच्चे मन से एक बार भगवान को याद कर लेता है उसका जीवन सफल हो जाता. इस अवसर पर श्रीराम कृष्ण कथा समिति के अध्यक्ष सुशील दूबे, अमूल्य सिन्हा, मुकेश वर्णवाल, हासो राम समेत अन्य मौजूद थे.