कार्रवाई के नाम पर विभाग सुस्त

देवघर : देवघर में प्राइमरी शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के एक वर्ष बीतने को है. लेकिन, विभागीय स्तर पर कार्रवाई की प्रगति काफी सुस्त है. सत्यापन में शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी करार दिये जाने के बाद भी कार्रवाई के लिए विभाग ने महीनों तक इंतजार किया. अब पारा से गैर पारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2017 9:10 AM
देवघर : देवघर में प्राइमरी शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के एक वर्ष बीतने को है. लेकिन, विभागीय स्तर पर कार्रवाई की प्रगति काफी सुस्त है. सत्यापन में शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी करार दिये जाने के बाद भी कार्रवाई के लिए विभाग ने महीनों तक इंतजार किया. अब पारा से गैर पारा कोटि मामले में विभाग कार्रवाई के नाम पर सुस्त पड़ी हुई है.

विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पारा से गैर पारा कोटि में चयनित नवनियुक्त शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय स्तर पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. बावजूद पूरे मामले को महीनों से लंबित रखा गया है.

इससे पहले वर्ष 2016 में जिले के प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में रिक्तियों के विरुद्ध पांच सौ से ज्यादा अभ्यर्थियों का चयन किया गया था. चयनित नवनियुक्त शिक्षकों को जिले के विभिन्न प्रखंडों में अवस्थित विद्यालयों में पदस्थापन किया गया था.

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