जमीन की प्रकृति के अनुसार मिलेगा मुआवजा
देवघर: बाबा बैद्यनाथ मंदिर से सटे नाथबाड़ी की जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से हो रही है. बाब बैद्यनाथ मंदिर प्रबंधन बोर्ड द्वार लिये गये निर्णय के अनुसार भू-अजर्न विभाग ने अधिग्रहण की प्रक्रिया के तहत देवघर अंचल कार्यालय से नाथबाड़ी की जमीन का पूरा दस्तावेज व भू-मालिकों के नाम मांगे गये हैं. अंचल […]
देवघर: बाबा बैद्यनाथ मंदिर से सटे नाथबाड़ी की जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से हो रही है. बाब बैद्यनाथ मंदिर प्रबंधन बोर्ड द्वार लिये गये निर्णय के अनुसार भू-अजर्न विभाग ने अधिग्रहण की प्रक्रिया के तहत देवघर अंचल कार्यालय से नाथबाड़ी की जमीन का पूरा दस्तावेज व भू-मालिकों के नाम मांगे गये हैं. अंचल कार्यालय से नाथबाड़ी का खतियान व डीड समेत पारिवारिक सूची तैयार की जा रही है.
भू-अजर्न विभाग नयी भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत नाथबाड़ी की जमीन का अधिग्रहण करेगी. अधिनियम के तहत जमीन की प्रकृति के अनुसार भू-मालिकों को मुआवजा मिलेगा. विभाग के अनुसार जमीन की प्रकृति पर ही सब कुछ तय करेगी. उसके बाद ही भू-मालिकों को नोटिस होगा. जिला भू-अजर्न पदाधिकारी राधेश्याम प्रसाद ने बताया कि नाथबाड़ी की जमीन में मुआवजा की राशि तय करने के लिए रजिस्ट्री ऑफिस से मदद ली जायेगी.
रजिस्ट्री ऑफिस से नाथबाड़ी की जमीन का मार्केट वेल्यू पता किया जायेगा, उसके अनुसार ही दावेदारों को मुआवजा मिलेगा. यह प्रक्रिया अंचल कार्यालय द्वारा दस्तावेज सौंपे जाने के बाद शुरू होगा.
आठ हजार स्क्वायर फीट जमीन पर दुकानें
देवघर सीओ द्वारा पिछले दिनों कराये गये सर्वे के अनुसार में नाथबाड़ी के अधीन कुल 31,680 स्क्वायर फीट जमीन है. इसमें 22 हजार स्क्वायर फीट जमीन नाथबाड़ी में खाली अवस्था में है. जबकि आठ हजार स्क्वायर फीट जमीन पर कई दुकानें अवस्थित है. शेष 1680 स्क्वायर फीट जमीन पर नाथ संप्रदाय के महंत की समाधि है.