बैठक छोड़ निकले सभी मुखिया, किया बहिष्कार

रोष. बीडीओ पर अपमानजनक शब्दों के प्रयोग का आरोप जनसमस्याओं को लेकर फोन नहीं उठाने का कारण पूछने पर बीडीओ पर अपमानजक शब्द करने का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है. विरोध में सभी मुखिया ने बैठक का बहिष्कार कर दिया. सारठ : प्रखंड मुख्यालय में मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक का उपस्थित विभिन्न पंचायतों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2017 5:14 AM

रोष. बीडीओ पर अपमानजनक शब्दों के प्रयोग का आरोप

जनसमस्याओं को लेकर फोन नहीं उठाने का कारण पूछने पर बीडीओ पर अपमानजक शब्द करने का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है. विरोध में सभी मुखिया ने बैठक का बहिष्कार कर दिया.
सारठ : प्रखंड मुख्यालय में मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक का उपस्थित विभिन्न पंचायतों के मुखिया ने बहिष्कार कर दिया. मामला तब तूल पकड़ा जब मुखिया दिलीप भोक्ता ने अपने साथ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने का आरोप बीडीओ निशा कुमारी सिंह पर लगाया. ठाढ़ी पंचायत के मुखिया दिलीप भोक्ता ने कहा कि बैठक में जब उन्होंने जब अपने पंचायत की समस्या रखी तो बीडीओ ने अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर बैठक से बाहर हो जाने को कहा.
इससे क्षुब्ध अन्य मुखिया भी आक्रोशित हो उठे व बीडीओ पर अमर्यादित आचरण करने का आरोप लगाकर बैठक से बाहर निकल गये. मुखिया दिलीप भोक्ता, अनिल राव, मो जर्जीस, अब्दुल मियां, हीतलाल रवानी, जयदेव मेहरा, रेणु सिंह, कविता देवी, कमली देवी आदि ने कहा कि कइ्र महीने से बैठक की सूचना नहीं दी जाती है. बीडीओ द्वारा बैठक में
अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया. जब तक उचित निर्णय नहीं हो जाता वे किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. बीडीओ के आचरण की निंदा करते हुए घटना की जानकारी मुख्यमंत्री व पंचायतीराज मंत्री को उनके खिलाफ शिकायत पत्र भेजने की बात कही.
मिले न्याय, नहीं तो दूंगा इस्तीफा: मुखिया
बैठक में बीडीओ से केवल इतना पूछा था कि जनता की समस्या के संबंध में फोन करने पर क्यों नहीं उठाती. इसी पर बीडीओ ने अपमानजनक शब्द कहते हुए बाहर चले जाने को कहा. उन्होंने कहा कि यह मुखिया का नहीं जनता का अपमान है. न्याय नहीं मिला तो वे इस्तीफा दे देंगे.
दिलीप भोक्ता, मुखिया, ठाढ़ी पंचायत
सिर्फ दिया उदाहरण, नहीं की अपमानजक बात
स्वयंसेवकों, पंचायत सचिवों व मुखिया के साथ बैठक चल रही थी. ठाढ़ी पंचायत का मनेरगा परफॉर्मेंस बहुत खराब है. कार्य सुधारने का कई उदाहरण दिया गया. किसी मुखिया को इंगित कर अपशब्द का प्रयोग नहीं किया गया. मुखिया को समझने में भूल हुई.
निशा कुमारी सिंहबीडीओ

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