जच्चा-बच्चा की मौत मामले की जांच करेगी तीन सदस्यीय कमेटी

देवघर : सदर अस्पताल में 30 अप्रैल की रात जच्चा-बच्चा की मौत मामले की जांच के लिए उपाधीक्षक डॉ विजय कुमार द्वारा तीन सदस्यीय डॉक्टरों की कमेटी गठित कर दी गयी है. उक्त कमेटी से तीन दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. मामले की जांच के लिए डीएस द्वारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2017 5:04 AM

देवघर : सदर अस्पताल में 30 अप्रैल की रात जच्चा-बच्चा की मौत मामले की जांच के लिए उपाधीक्षक डॉ विजय कुमार द्वारा तीन सदस्यीय डॉक्टरों की कमेटी गठित कर दी गयी है. उक्त कमेटी से तीन दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. मामले की जांच के लिए डीएस द्वारा गठित जांच कमेटी में डॉ बीपी सिंह सहित डॉ सुषमा वर्मा व डॉ एनएल पंडित को रखा गया है. उक्त कार्रवाई मृतक परिजनों द्वारा लगाये गये आरोप के मद्देनजर डीएस ने की है.

इसके अलावा डीएस द्वारा सदर अस्पताल की महिला डॉ निवेदिता कुमारी समेत मूर्छक डॉ प्रियंका मुर्मू, ए ग्रेड प्रेमलता कुमारी, सुलोचना कुमारी, एएनएम रानी रितम व शोभा पाल से कारणपृच्छा कर तीन दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया था कि इलाज के अभाव में रानीकोठी मुहल्ला निवासी शंभू राय की पत्नी अंजू राय व नवजात की मौत हो गयी. सुबह आठ बजे भरती कराने के बाद दिनभर अंजू को डॉक्टर ने नहीं देखा.

ड्यूटी में मौजूद महिला कर्मियों द्वारा दो बार महिला चिकित्सक के मोबाइल पर कॉल किये जाने के बाद भी नहीं आयी. परिजनों का दावा है कि दिन में अस्पताल परिसर के एसआरएल पैथोलॉजी में अंजू की हिमोग्लोबीन जांच करायी गयी थी. रिपोर्ट में 12 ग्राम से अधिक हिमोग्लोबीन होने का पता चला था. ऐसे में परिजनों ने डॉक्टरों द्वारा अंजू की रक्त की कमी बताने की बात को सिरे से खारिज किया है व आरोप लगाया है कि मौत के बाद उसे ओटी में शिफ्ट कराया गया था. परिजनों के इस आरोप को आधार बनाते हुए स्पष्टीकरण में डीएस ने कहा है कि क्यों नहीं संबंधित लोगों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी जाये. ऐसे में डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों से भी डीएस ने तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब मांगा है. पूछे जाने पर सदर अस्पताल के डीएस डॉ विजय कुमार ने कहा है कि ड्यूटी में किसी तरह की कोताही बरदाश्त नहीं की जायेगी. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करायी जा रही है. संबंधित लोगों से भी तीन दिनों में स्पष्टीकरण का जवाब मांगा गया है. ऐसे में जो भी दोषी होंगे, कार्रवाई होगी.

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