संप में मातृ मृत्यु दर की स्थिति चिंतजानक
देवघर: संताल परगना प्रमंडल में मातृ मृत्यु दर (एमडीआर) का औसत देश के औसत से बहुत अधिक है. जो बहुत ही चिंतनीय है. इस बात का खुलासा शुक्रवार को एमडीआर विषय पर एक होटल में आयोजित कार्यशाला में हुआ. जब स्टेट फेसीलीटेटर डॉ रंजन पांडेय ने एडीआर के राष्ट्रीय व प्रांतीय आंकड़ों को कार्यशाला के […]
देवघर: संताल परगना प्रमंडल में मातृ मृत्यु दर (एमडीआर) का औसत देश के औसत से बहुत अधिक है. जो बहुत ही चिंतनीय है. इस बात का खुलासा शुक्रवार को एमडीआर विषय पर एक होटल में आयोजित कार्यशाला में हुआ. जब स्टेट फेसीलीटेटर डॉ रंजन पांडेय ने एडीआर के राष्ट्रीय व प्रांतीय आंकड़ों को कार्यशाला के पटल पर रखा. उन्होंने बताया देश में एक लाख गर्भवती महिलाओं में 178 की मौत हो जाती है.
इसी क्रम में झारखंड प्रांत में एक लाख महिलाओं में यह संख्या बढ़ कर 219 हो जाती है. जबकि संताल परगना के छह जिलों में यह आंकड़ा प्रति लाख 318 तक पहुंच जाती है. इन आंकड़ों पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार ध्यान दिलाया जाता रहा है.
इस कार्यशाला में सरकारी व निजी दोनों तरह के चिकित्सक शामिल हुए तथा अपने सुझाव भी दिये. इस अवसर पर सीएस डॉ दिवाकर कामत, डीटीओ डॉ आरएन प्रसाद, डीआरसीएच डॉ सुधीर प्रसाद, डॉ गोपाल बरनवाल, डॉ एनसी गांधी, डॉ साधना पत्रलेख, डॉ आशा सिंह, डीपीएम प्रतिमा कुमारी, यूनिसेफ के मृत्युंजय राठौर आदि मौजूद थे.