शरीर पर जलते सिगरेट के हर निशान ससुरालवालों के जुल्म कर रहे बयां

पालोजोरी: पालोजोरी थाना पहुंची संगीता चार ने जब ससुरालवालों की ज्यादती पुलिस को सुनायी और अपने शरीर पर प्रताड़ना के नहीं भरने वाले जो जलती सिगरेट के दाग दिखाये तो वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आयी. संगीता ने पति व ससुरालवालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है. कांड संख्या 66/2017 के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2017 8:14 AM
पालोजोरी: पालोजोरी थाना पहुंची संगीता चार ने जब ससुरालवालों की ज्यादती पुलिस को सुनायी और अपने शरीर पर प्रताड़ना के नहीं भरने वाले जो जलती सिगरेट के दाग दिखाये तो वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आयी. संगीता ने पति व ससुरालवालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है. कांड संख्या 66/2017 के तहत दर्ज मामले में पीड़िता अपने साथ हुए जुल्म की हर आपबीती सुनायी. संगीता चार ने पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिला अंतर्गत उत्तरी आसनसोल के गिरमिट अजय सेकेंड कोलियरी निवासी पति संजय चार सहित सास बासंती चार, ननद नमिता मित्र, भैंसूर उत्तम चार व भगिनी सोनाई मित्र को आरोपित बनाया है.
उसने कहा कि उसकी शादी नवंबर 2013 में संजय चार के साथ हुई थी. एक साल तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद से ही उसके पति ने सास, भैंसुर, ननद व भांजी के साथ मिलकर दहेज के रूप में कभी मोटरसाइकिल तो कभी आलमिरा तो कभी दो लाख रूपया मायके से लाने का दबाव बनाने लगे. इस क्रम में उसके साथ मारपीट भी की जाती थी. लगभग दो साल पहले ससुराल वालों ने उसे उसके मायके बरमसिया पहुंचा दिया था, जहां वह छह माह तक रही थी. उसके बाद उसे पिता निवारण चन्द्र दां चाचा निर्मल चंद्र दां व श्यामल दां, फूफा उमापति मत्रि, भाई टोटन दां सहित कुछ अन्य परिजन व ग्रामीण उसके ससुराल गिरमिट पहुंचकर वहां के स्थानीय लोगों के साथ ससुराल पक्ष के लोगाें को समझाया. इसके बाद ससुराल वाले उसे विदा कर ले गये. जहां उसे एक बच्ची हुई.
बच्ची के जन्म के बाद ससुराल वालों ने उसे बुरी तरह से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. उसके सास, ननद, भैंसुर, भगिनी आदि के कहने पर उसे जलती सिगरेट से हाथ, पैर, गला, पीठ सहित गुप्तांगों पर जला कर जख्म कर दिया. जिसके जख्म आज भी शरीर पर मौजूद हैं.
प्रताड़ित करने के दौरान ससुराल वाले उसे बेटी जन्म देने के कारण उलाहना देते थे. और दो लाख रूपया मायके से लाने के लिए दबाव देते थे. जब वह पिता के गरीब होने की बात कहती थी तब उसका पति संजय चार कमरे में घुसा कर मुंह में गमछा डाल कर गाली गलौज करते हुए मारपीट करता था. इस क्रम में उसे खाना तक नहीं दिया जाता था. बचा हुआ जूठन खाकर संतोष करना पड़ता था. संगीता चार ने यह भी जिक्र किया है ससुराल वाले उसे किसी से मोबाइल पर बात भी नहीं करने देते थे. इसी क्रम में 7 मई 2017 को संजय चार ने उसका बाल पकड़कर पूरे आंगन में घसीटते हुए मारपीट भी की और सिगरेट जलाकर गुप्तांग में दाग दिया.
इसके बाद 10 मई को सुबह लगभग 11 बजे घर से निकाल दिया. नहीं निकलने पर जबरन आठ महीने की बेटी को ससुराल में ही रखकर उसे मोटरसाइकिल में बिठा कर बरमसिया गांव पहुंचा दिया. बरमसिया में उतारने के बाद संजय चार भागने लगा. इस संबंध में कांड संख्या 66/17 धारा 498ए/323/324/326/307/34/ 3/4 के तहत मामला दर्ज करते हुए पुलिस इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी बीके सिंह ने आरोपी संजय चार को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है.

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