पहले बिजली व्यवस्था में हो सुधार फिर दर निर्धारण पर हो चर्चा

देवघर : झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग की अोर से बिजली दर निर्धारण के लिए जनसुनवाई का आयोजन सूचना भवन के सभागार में किया गया. जनसुनवाई की अध्यक्षता जेएसआरसी के अध्यक्ष न्यायाधीश एनएन तिवारी व जेएसआरसी के सदस्य आरएन सिंह ने की. इसमें उपभोक्ताओं ने बिजली दर के निर्धारण पर अपनी राय सहित समस्याओं को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2017 7:40 AM
देवघर : झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग की अोर से बिजली दर निर्धारण के लिए जनसुनवाई का आयोजन सूचना भवन के सभागार में किया गया. जनसुनवाई की अध्यक्षता जेएसआरसी के अध्यक्ष न्यायाधीश एनएन तिवारी व जेएसआरसी के सदस्य आरएन सिंह ने की. इसमें उपभोक्ताओं ने बिजली दर के निर्धारण पर अपनी राय सहित समस्याओं को रखा. उन्होंने कहा कि पहले बिजली व्यवस्था में सुधार करना चाहिए, उसके बाद बिजली के दर को बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए. यहां श्रावणी मेले के दो माह पहले से ही पावर कट शुरू हो जाता है. इससे निजात मिले. दर निर्धारण का तरीका ऐसा हो की लोगों पर कम बोझ पड़े.
चेयरमैन ने कहा
विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष जस्टिस एनएन तिवारी ने कहा कि जेवीएनएल की अोर से विद्युत वितरण दर निर्धारण के लिए अलग-अलग स्थलों पर जनसुनवाई की जा रही है. आज देवघरवासियों की राय ली गयी. बिजली के दर में बढ़ोत्तरी होनी चाहिये या नहीं. आयोग चाहता है कि उपभोक्ता ज्यादा से ज्यादा अपनी बात रखें. विभागीय पदाधिकारी ऐसा माहौल बनाये ताकि लोगों की समस्या दूर हो सके, ताकि निर्णय लेने में सुविधा हो. हर वर्ष गरमी के दिनों में श्रावणी मेले की तैयारी के नाम पर बिजली काटने की शिकायतें मिली है. यदि विभाग मेंटेनेंस कर रहा है तो उसकी बात जनता को बतानी चाहिये. देवघर अब बड़े शहर के रूप में विकसित हो रहा है. पूरे राज्य की छवि देवघर से बनती है. ऐसे में आयोग की यहां कड़ी नजर है.

कमीशन हर बात पर गौर करेगा. इस अवसर पर विद्युत विभाग के अभियंता प्रमुख रमेश ठाकुर, मुख्य अभियंता सुनील ठाकुर, जेइआरसी के सचिव एके मेहता, महाप्रबंधक (वित्त)देवाशीष भटाचार्या, विद्युत सर्किल देवघर के अधीक्षण अभियंता शुभंकर झा, सहायक अभियंता आपूर्ति शेखर सुमन समेत कई कनीय अभियंता व िनयामक आयोग के सदस्य आरएन शर्मा व अन्य मौजूद थे.

उपभोक्ताओं ने कहा
विद्युत नियामक आयोग अपनी कमियों को दूर करें तथा योग्य लोगों की बहाली करें. आयोग विवेक से दर निर्धारण करे, ताकि उपभोक्ताओं पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़े.
तारकेश्वर सिंह, उद्यमी
आयोग को अपनी क्षमता का पूरा उपयोग करना चाहिए. साथ ही आयोग से आग्रह किया गया कि दर निर्धारण का तरीका ऐसा हो कि हम सभी पर इसका कम बोझ पड़े.
पीएल गुटगुटिया, व्यवसायी, मधुपुर
आयोग को लाइनलोस (ओवरलोडिंग, बिजली चोरी आदि) रोकने की जरूरत है न कि बिजली दर को बढ़ाने की. साथ ही थर्मल पावर स्टेशन के एकाधिकार को भी खत्म करना चाहिए.
-ओपी छावछरिया, उद्यमी
श्रावणी मेला की तैयारी के मद्देनजर दो माह पहले से ही पावर कट शुरू हो जाता है. इससे शहरवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस समस्या से निजात पाने के लिए बिजली बोर्ड को थोड़ी संवेदना दिखानी होगी.
-गोविंद डालमिया, उद्यमी
बिजली दर बढ़ाने के साथ-साथ सुविधा भी बढ़नी चाहिए. बिजली विभाग द्वारा उच्च गुणवत्ता तथा निर्बाध तरीके से उपभोक्ताओं को बिजली मिले, तो दर बढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं है. साथ ही पावर लाॅस की समस्या से भी विभाग बचे.
अलख निरंजन, होटल व्यवसायी
बिजली विभाग दर बढ़ाने की बजाय दर घटाने की बात करें, क्योंकि ज्यादातर लोग आर्थिक रूप से सुदृढ़‍ नहीं हैं. ऊर्जा मित्र को लेकर विभागीय पदाधिकारियों से अपील है कि बिजली विभाग जिससे भी कार्य कराये, उसके पास विभाग द्वारा निर्गत पहचान पत्र होना चाहिए, ताकि आम उपभोक्ता में संशय नहीं हो.
-प्रो रामनंदन सिंह, उपभोक्ता

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