सोमवार की रात तेज आंधी व बारिश जिले भर में आफत बनकर आयी. इस दौरान जहां दर्जनों पेड़ उखड़ गये, वहीं बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी. आंधी से कई घरों सहित वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है. मंगलवार को जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा. बिजली नहीं रहने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
देवघर : मंगलवार को शहर का नजारा अलग था. तेज आंधी-बारिश ने पूरे शहर अस्त-व्यस्त कर दिया. सड़कों पर पेड़, होर्डिंग, बिजली पोल, तार आदि गिरने से जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही. दूसरी तरफ दिन भर बिजली नहीं रहने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. आंधी से बिजली विभाग को काफी नुकसान पहुंचा है. कई जगहों पर वाहनों पर पेड़ के गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हो गये. हवा इतनी तेज थी कि सड़क किनारे लगे हो होर्डिंग-बोर्डिंग सड़क किनारे धराशायी हो गये. उसी बीच तेज हवा के साथ तेज बारिश शुरू हो जाने से लोग अपने घरों में ही दुबके रहे. शहरी क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में सड़क पेड़-पौधों के गिरने के कारण सुबह से शाम तक जाम की स्थिति बनी रही. इस वजह से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. खासकर स्कूली छात्र-छात्राअों व दफ्तर जाने वाले अधिकारी व कर्मचारी को मुख्य सड़क व गली-मुहल्लों से वाहन के साथ आवागमन करने में काफी फजीहत हुई. इधर, बिजली नहीं रहने से लोगों को काफी परेशानी हुई. आंधी तूफान के कारण बिजली रानी के अचानक से गायब हो जाने से लोग विभाग से बिजली आने की जानकारी लेते रहे.
बैद्यनाथधाम स्टेशन का उड़ा एस्बेस्टस
सोमवार की रात आयी तेज आंधी में बैद्यनाथधाम स्टेशन में भी काफी क्षति हुई है. स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म के ऊपर लगाया गया एस्बेस्टस टूट कर प्लेटफॉर्म पर गिर गया. ये महज संयोग ही था कि आंधी-तूफान के कारण लोग प्लेटफार्म पर नहीं थे, वरना बड़ी घटना घट सकती थी. इस दौरान यात्री स्टेशन के टिकट काउंटर के आसपास बैठे थे.
आंधी व बारिश से लत्तेदार सब्जियों को नुकसान
जिले में 15 एमएम बारिश के साथ कुछ हिस्से में ओलावृष्टि
आंधी से 20 फीसदी आम झड़ा
सोमवार रात आयी आंधी व बारिश से फल व सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंचा है. आंधी से 20 फीसदी आम व लीची झड़ गया है. आम व लीची झड़ने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार देवघर जिले में 15 एमएम बारिश के साथ कुछ हिस्से में ओलावृष्टि भी हुई है. इससे लत्तेदार सब्जियों को नुकसान हुआ है. सब्जियों में झींगा, करैला, नेनुआ, कद्दू आदि को नुकसान पहुंचा है. ओलावृष्टि से चोटिल सब्जियों पर दाग हो जायेगा व सब्जियां सड़ सकती है. साथ ही इस बेमौसम बारिश सब्जियों के पत्तों में पीलापन आ सकता है तथा सब्जियां सड़ सकती है.
बारिश से आम में आयेगा मीठापन
कृषि विज्ञान केंद्र सुजानी के कृषि वैज्ञानिक पीके सिंह ने बताया कि आम व लीची को नुकसान तो जरूर हुआ, लेकिन बारिश से आम व लीची के स्वाद में मीठापन आयेगा. इस बारिश से आम को फायदा हुआ है. उन्होंने कहा कि दलहन में मूंग की फसल को बारिश से फायदा होगा. किसानों को सब्जियाें का बीमा अनिवार्य रूप से करा लेना चाहिए.
20 घंटे बाद बिजली बहाल अब कई हिस्सों में संकट
आंधी-तूफान ने सबसे ज्यादा नुकसान बिजली विभाग को पहुंचाया. सोमवार रात आयी आंधी में सड़क किनारे लगे बिजली पोल, तार व शहर से थोड़ा हटकर लगाये गये टावर धराशायी हो गये. इसके कारण समूचे शहरी क्षेत्र में ब्लैक आउट की स्थिति बनी रही. करीब 20 घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल करने में विभाग को सफलता मिली, जबकि अब भी कई मुहल्लों में मरम्मत कार्य जारी है. बताते चलें कि सोमवार की रात करीब नौ बजे तेज आंधी आने से हुई तबाही के बाद शहरी क्षेत्र में रातभर बिजली गुल रही. इसके बाद मंगलवार की शाम कई हिस्सों में चार-पांच बजे तक व अधिकांश शहरी क्षेत्रों में रात के नौ बजे तक बिजली आपूर्ति ठप रही.
तीन दर्जन से अधिक जगहों पर बिजली के तार टूटे
विद्युत सर्किल के अधीक्षण अभियंता शुभंकर झा ने बताया कि आंधी-तूफान की वजह से शहरी क्षेत्र में तीन दर्जन से अधिक जगहों पर वृक्ष व उसकी डालियां टूट कर बिजली के तारों पर जा गिरने से तार टूट गये. जबकि कई जगह बिजली पोल उखड़ गये. इस दौरान आठ जगहों पर विभाग को बड़ी क्षति हुई है, जिसमें डाबरग्राम-सत्संग के समीप शंख मोड़ पर, सत्संग के समीप इलाहाबाद बैंक की शाखा के समीप, सलोनाटांड़ के समीप, सोरेन पेट्रोल पंप के समीप पेड़ गिरने से अधिक नुकसान हुआ. इस क्रम में चार जगह 33 केवी का तार व पांच जगह 11 केवी का तार गिर गया था. इस वजह से कॉलेज फीडर, बैजनाथपुर, डाबरग्राम फीडर से विद्युत आपूर्ति प्रभावित रही. मरम्मत के बाद धीरे-धीरे सभी फीडरों में लाइन चालू किया गया. हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी विद्युत आपूर्ति बहाल करने में एक से दो दिनों का समय लगेगा.
लोगों की दिनचर्या हुई प्रभावित : मंगलवार दिन भर बिजली नहीं रहने से आम लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो गयी. लोगों के घरों तक व पानी टंकी तक पानी नहीं पहुंच सका. रातभर बिजली नहीं रहने लोगों का इंवर्टर भी जवाब दे गया. सुबह में पानी लेने के लिए चापानलों पर भीड़ लगी रही.
ग्रामीणों ने खुले आसमान में बितायी रातें
देवघर . तेज आंधी व बारिश का कहर मोहनपुर प्रखंड के जरूआडीह गांव में रहा. कई ग्रामीणों के घरों के छप्पर उड़ गये. तीन लोग घायल हो गये. इसमें एक महिला सहित दो बच्चे शामिल हैं. घरों के छप्पर उड़ने के कारण कई लोगों को खुले आसमान में रात बितानी पड़ी. पीड़ित लोगों में अरुण कुमार सहाय, बच्चू पंडित, गुरुदेव पंडित, रामदेव महतो, बदन तुरी, राजेंद्र तुरी व शोभा देव्या शामिल हैं.
जसीडीह : आंधी-पानी से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी तबाही
जसीडीह और आसपास के इलाकों में सोमवार की देर रात में आयी आंधी-पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भीषण गरमी में लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पेड़ों के बिजली के तारों पर गिरने की वजह से वे टूट गए हैं. इससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई है. क्षेत्र के लोगों को पानी के लिए काफी परेशानी हुई. जानकारी के अनुसार अधिकतर भागों में गरीबों के घर पूरी तरह से तबाह हो गये हैं. वहीं क्षेत्र में आंधी के बाद से 24 घंटों से बिजली आपूर्ति प्रभावित है. वहीं सगदाहा गांव में ट्रांसफॉर्मर पोल से नीचे गिर गया है. जबकि दैनिक मजदूरों के हड़ताल पर चले जाने से विद्युत आपूर्ति में काफी दिक्कतें आ रही हैं. हालांकि विभाग की ओर से कुछ क्षेत्रों में सेवा बहाल कर दी गई है. वहीं कुछ इलाकों में बिजली बाधित होने से कल कारखाने पूर्ण रूप से ठप पड़े हुए हैं. विद्युत आपूर्ति बहाल करने को लेकर सहायक विद्युत अभियंता अजीत निर्माल तिर्की ने बताया कि लगभग 80 प्रतिशत विद्युत सेवा बहाल कर दी गयी है. ग्रामीण क्षेत्र के कालीपुर गांव में रामू राउत सगदाहा के प्रदीप वर्मा, गोपाल वर्मा, घाघी गांव के पांडव मंडल समेत कई अन्य लोगों के घरों पर पेड़ गिर जाने से काफी क्षति हुई है. वहीं अंधरीगादर, खोरीपानन, जोरमो, केनमनकाठी, मानीकपुर और ओरपा समेत दर्जनों गांवों में सड़कों, घरों और अन्य स्थानों पर पेड़ गिरने से लोगों को क्षति हुई है. जबकि सगदाहा गांव के नुनधन दास, अशोक दास और गिरधारी समेत कई लोगों के घर तूफान में उजड़ गये हैं. जसीडीह बाजार के सरोज सिंह के पड़ोसी के मकान की दीवार उनके घर पर गिर जाने से काफी क्षति हुई है. घटना को लेकर पीड़ित परिवार की ओर से बीडीओ व सीओ को जानकारी दी गयी है.
सारठ में नुकसान के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
सारठ : पेड़ उखड़ा, 11 दुकानें क्षतिग्रस्त
सारठ: सोमवार का रात आए आये भीषण आंधी-तूफान में सारठ चौक पर 60 साल पुराना बरगद व पीपल का पेड़ गिर जाने से चौक की 11 दुकानें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी और आवागमन बाधित हो गया. मंगलवार को भी पेड़ सड़क पर रहने के कारण और क्षतिग्रस्त दुकानों की सुधि लेने जब कोई अधिकारी नहीं पहुंचे तो आक्रोशितों ने सारठ चौक पर जाम कर यातायात बाधित कर दिया. सूचना मिलने पर थाना प्रभारी एनडी राय दल-बल के साथ पहुंचे. उन्होंने बीडीओ, एसडीओ व वन विभाग के रेंजर से बात कर जानकारी दी. इधर थाना प्रभारी ने अश्वासन के बाद जाम हटाया गया. इस दौरान दुकानदार इशरार मिर्जा, सोएब शेख, मो शशीम, साहेलाल मिर्जा,शहादद शेख, विवेकानदं झा, शिबन दे आदि कई लोग थे. दुकानदारों ने सुनायी समस्या : इशरार मिर्जा: पेड़ गिरने से भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे काफी नुकसान पहुंचा है. अबतक कोई सहायता नहीं मिली है.
साहेलाल मिर्जा: गिफ्ट सेंटर चलाकर रोजी रोटी चलाते थे. पेड़ गिरने से दुकान के साथ-साथ 1.5 लाख की संपत्ति का भी नुकसान हो गया. प्रशासन से सहायता की उम्मीद है. विवेकानंद झा: जेनरल स्टोर की दुकान चलाते हैं. पेड़ पूरा दुकान के ऊपर गिर गया. दुकानदारी नहीं हुई तो अब घर चलाने में परेशानी होगी. शिबन दे: चौक पर गुमटी लगा कर सत्तू बेच कर पेट पालते थे. पेड़ गिर जाने से पूरी गुमटी ही बरबाद हो गयी.
पूर्व विधायक ने चितरा कोलियरी से क्रेन मंगा कर हटवाये पेड़ : दुकान क्षतिग्रस्त होने व सड़क जाम की सूचना पर पूर्व विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह सारठ चौक पहुंचे. उन्होंने सबों को सहायता दिलाने का आश्वासन दिया. घटना की जानकारी देने के लिए उन्होंने अधिकारियों को फोन भी लगाया मगर बंद मिला. पूर्व विधायक ने चितरा कोलयरी से क्रेन मंगवाकर पेड़ की टहनियां हटवायी. प्रशासन के रवैये पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि प्रखंड के अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं. ऐसा लगता है प्रशिक्षण में उन्हें जनता के साथ कैसे व्यवहार करना चाहिए यह नहीं बताया गया. उन्होंने कहा कि बीडीओ व सीओ प्रखंड में 24 घंटे ऑन ड्यूटी रहते हैं. लेकिन जब पीड़ित दुकानदारों ने आवेदन देना चाहा तो उन्हें 11 बजे प्रखंड कार्यालय आने को कहा गया. पूर्व विधायक के साथ सारठ मुखिया अनिल राव, सांसद प्रतिनिधि इस्तियाक मिर्जा, अमिरूद्दीन मिर्जा, इशरार मिर्जा, कलाम शेख, मो शशीम शेख, पागल झा, उमेश गुप्ता, संतोष दे, समेत कई लोग थे.
देर रात तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद
देवघर. शहरी क्षेत्र में संचालित 10 फीडरों में से सात फीडर क्षेत्रों में रात्रि 10.30 बजे तक विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गयी है. शेष बचे तीन फीडरों में मरम्मत का काम चालू है. यह काम रात के एक बजे तक पूरी हो जाने की संभावना है. सात फीडरों में बैजनाथपुर सब स्टेशन से जुड़े बिलासी, टावर चौक, मोहनपुर व कुंडा इलाकों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गयी है. वहीं कॉलेज सब स्टेशन से जुड़े शिवगंगा, बाबामंदिर व दो नंबर टाउन इलाके में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गयी है. जबकि डाबरग्राम एक नंबर, दो नंबर व कॉलेज एक नंबर फीडर क्षेत्र के 50 फीसदी हिस्से में आपूर्ति शुरू हो गयी है. जबकि आधे हिस्से में अब भी मरम्मत का काम चल रहा है. इस कार्य में विभागीय अभियंता व कर्मचारी युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं. उम्मीद है रात्रि एक बजे तक सभी फीडरों में विद्युत आपूर्ति सामान्य हो जायेगी. उक्त जानकारी विद्युत सर्किल के अधीक्षण अभियंता शुभंकर झा ने दी.
आंधी-पानी से तबाही पर लोगों ने कहा
आंधी से बिजली के खंभे कई जगह गिर चुके हैं. विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बहाल करने का कार्य मंगलवार शाम तक नहीं चालू किया गया. बिजली नहीं रहने से कई समस्यायें हो रही है.
– साेखी द्वारी
आंधी से कई घरों को नुकसान पहुंचा है. विद्युत तार सड़कों पर जहां-तहां गिरे पड़े हैं. विभाग द्वारा 24 घंटे बाद भी राहत कार्य चालू नहीं किया गया.
– छेदू यादव
कुंडा इलाके में आंधी की वजह से कई खंभे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. बिजली आपूर्ति अभी भी बाधित है. पेड़ व टहनियों को सड़क से खुद लोगों को हटाना पड़ा.
– कंचन यादव
ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ा नुकसान हुआ है. कई गरीबों के आशियाने उजड़ गए हैं. बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है. प्रशासन को गरीबों के क्षतिग्रस्त मकानों का आकलन कर मुआवजा देना चाहिए.
– नरेश यादव
बिजली नहीं रहने से मशीन नहीं चली. पानी के लिए तरस गये. कुआं से पानी खींच कर काम चलाना पड़ा. निगम ध्यान नहीं दे रहा है.
जूही देवी,
रामपुर-पुनसिया
बिना पानी का हर काम ठहर सा गया. दिनभर बिजली नहीं रही. सप्लाइ वाला नल भी नहीं चला. बाजार से पानी खरीद कर काम चलाना पड़ा.
मंजू देवी व भोला पंडा, चार भाई पथ
सब काम छोड़ना पड़ा. सारे दिन पानी की जुगाड़ में व्यतीत हुआ. चापाकल पर भी भीड़ लगी रही. मंगलवार परेशानी भरा दिन रहा.
भोला नाथ बलियासे, मंदिर पूरब दरवाजा
बिजली नहीं रहने से सप्लाइ वाटर नहीं आया. पानी खरीद कर पीना पड़ा. कम पानी से ही दिन गुजारना पड़ा. बहुत दिनों बाद ऐसी दिक्कत हुई.
मार्कण्डेय जजवाड़े,
बिलासी
सोमवार रात से ही शहर अंधेरे में डूबा रहा. मंगलवार सुबह तक बिजली नहीं आयी. नतीजा बिजली के अभाव में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. खासकर पानी की किल्लत के कारण दिनचर्या प्रभावित हुई. व्यवसाय पर भी इसका असर पड़ा.
– प्रेम प्रकाश, कपड़ा व्यवसायी
बिजली न रहने के कारण पूरे दिन भर टंकी में पानी नहीं चढ़ सका. इस कारण डेली रूटीन के कार्यों के अलावा घर के बाकी कार्यों को निबटाने में खासी फजीहत का सामना करना पड़ा. यह समस्या शाम तक बनी रही. इसके लिए विभाग को त्वरित कदम उठाने चाहिये थे.
– गोपाल चंद्रा, व्यवसायी
24 घंटे से ज्यादा समय तक शहरी क्षेत्र में बिजली गुल रही. इससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हमारा व्यवसाय तो रोशनी पर ही निर्भर करता है. लंबे समय तक बिजली गुल रहने से इंवर्टर भी जवाब दे गया था. मगर बिजली आने से राहत की सांस ली.
– नरेश पाल, पार्लर व्यवसायी