बीआइटी कर्मचारी की हत्या का खुलासा, बेटी पर थी गलत नजर, मां ने कर दी कृष्णा की हत्या
देवघर: बीआइटी जसीडीह के पुस्तकालय में कार्यरत आदेशपाल कृष्णा वर्मा हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा का दावा किया है. कृष्णा की हत्या करने व उसके लाश को ठिकाना लगाने के मामले में पुलिस ने उसके महिला मित्र गीता देवी (काल्पनिक नाम) समेत डाबरग्राम स्थित पापड़ मिल में काम करने वाले ठेकेदार […]
देवघर: बीआइटी जसीडीह के पुस्तकालय में कार्यरत आदेशपाल कृष्णा वर्मा हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा का दावा किया है. कृष्णा की हत्या करने व उसके लाश को ठिकाना लगाने के मामले में पुलिस ने उसके महिला मित्र गीता देवी (काल्पनिक नाम) समेत डाबरग्राम स्थित पापड़ मिल में काम करने वाले ठेकेदार यूपी अंतर्गत कानपुर गोविंद नगर निवासी अतुल कुमार चौरसिया व स्टाफ दुमका जिलांतर्गत सरैयाहाट थाना क्षेत्र के कोरदाहा निवासी विनोद सोरेन को गिरफ्तार किया.
उक्त जानकारी नगर थाना में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसडीपीओ दीपक कुमार पांडेय ने दी है. एसडीपीओ ने कहा : जसीडीह थाना प्रभारी एसके महतो ने साक्ष्य संकलन कर महज 24 घंटे में ही इस हत्याकांड का खुलासा कर लिया.
महिला मित्र की नाबालिग पुत्री से गलत करने की कोशिश में गयी जान
एसडीपीओ ने बताया कि कृष्णा मनचले किस्म का था. महिला मित्र से उसकी करीब छह माह से दोस्ती थी. दोनों जसीडीह थानांतर्गत एक ही जगह महज 500 गज की दूरी के बीच रहते थे. महिला मित्र से कृष्णा के नाजायज संबंध की बातें भी सामने आयी है. ऐसे में महिला मित्र के घर कृष्णा का आना-जाना था. महिला मित्र की बड़ी पुत्री सरकारी आवासीय विद्यालय में 10वीं की छात्रा है. गरमी छुट्टी के कारण वह घर में ही थी. उक्त नाबालिग छात्रा के साथ भी कृष्णा ने गलत करने की कोशिश की. इसी से नाराज होकर महिला मित्र ने कृष्णा को 16 मई की रात्रि में घर पर बुलाया व परदा टांगने वाले स्प्रींग से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद पापड़ फैक्टरी के ठेकेदार अतुल व स्टाफ विनोद को अपने घर बुलाया और उन लोगों की मदद से कृष्णा की लाश अपने आवास से करीब 70 मीटर दूर सड़क पार कर बीआइटी गेट नंबर-2 के समीप खुले मैदान में फेंक दिया.
मोबाइल के कॉल डिटेल्स से खुला मामला
एसडीपीओ पांडेय ने बताया कि कृष्णा की हत्या का खुलासा मोबाइल कॉल डिटेल्स से हुआ है. कॉल डिटेल्स निकालने के बाद पुलिस को जानकारी हुई कि घटना के पूर्व रात्रि में महिला मित्र के साथ कृष्णा की बातचीत हुई थी. उसके बाद ही वह उसके घर पहुंचा था. वहीं कृष्णा की महिला मित्र से अतुल के साथ भी बातचीत हुई थी. मोबाइल कॉल डिटेल्स की कड़ी मिलाने के बाद पुलिस ने कृष्णा की महिला मित्र समेत अतुल को गिरफ्तार कर पूछताछ की. पूछताछ में दोनों आरोपितों ने घटना में संलिप्तता स्वीकारी. पुलिस ने अतुल के पास से मृतक की मोबाइल व तोड़कर फेंके गये सीमकार्ड को बरामद किया. इसके बाद तीसरे आरोपित को पकड़ा गया. मृतक के मोबाइल के अलावा तीनों आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त किये मोबाइल भी बरामद कर लिया. वहीं महिला मित्र के घर से पुलिस ने कृष्णा के कुछ कागजात भी बरामद किये हैं.
बड़े आयोजनों में रसोइया का काम करता था कृष्णा
एसडीपीओ ने बताया कि ड्यूटी के अलावा छुट्टी व खाली समय में कृष्णा शादी समेत अन्य बड़े समारोह में रसोइया का काम करने के लिये भी जाता था. उस दौरान वह अपनी महिला मित्र को भी साथ में काम करने ले जाता था. इसके बाद से ही दोनों की नजदीकी बढ़ी थी. अनुसंधान में यह भी पता चला है कि कृष्णा की महिला मित्र बीआइटी के तीन प्रोफेसर के आवास पर भी काम करती थी. पत्रकार वार्ता के बाद पुलिस ने तीनों आरोपितों को कोर्ट में पेश कराया. कोर्ट के निर्देश पर आरोपितों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पत्रकार वार्ता के दौरान नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय, जसीडीह थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर एसके महतो व एएसआइ संजय सिंह भी मौजूद थे.