पालोजोरी के बहादुरपुर गांव का मामला: हत्या की करायी थी प्राथमिकी सात माह बाद पति लौटा घर

पालोजोरी: बहादुरपुर गांव के परेश पहाड़िया की हत्या व अपहरण की प्राथिमकी उसकी पत्नी ने दर्ज करायी थी. लगभग सात महीने बाद परेश पहाड़िया जब शुक्रवार को जब घर लौटा तो हर तरफ वह चर्चा का विषय बन गया. परेश सात महीने पहले मजदूरी करने गांव के सुनील गोस्वामी, धनेश्वर हेंब्रम, शिवराम सोेरेन के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2017 7:56 AM
पालोजोरी: बहादुरपुर गांव के परेश पहाड़िया की हत्या व अपहरण की प्राथिमकी उसकी पत्नी ने दर्ज करायी थी. लगभग सात महीने बाद परेश पहाड़िया जब शुक्रवार को जब घर लौटा तो हर तरफ वह चर्चा का विषय बन गया. परेश सात महीने पहले मजदूरी करने गांव के सुनील गोस्वामी, धनेश्वर हेंब्रम, शिवराम सोेरेन के साथ हैदराबाद गया था. इन लोगों को बहादुरपुर गांव के जाकिर मिस्त्री ने वहां भेजा था. काफी दिनों तक कोई खोज बीन व संपर्क नहीं होने पर परेश की पत्नी ने पालोजोरी थाना में कांड संख्या 3/2017 के तहत जाकिर मिस्त्री पर पति के अपहरण कर हत्या की आशंका जताते हुए मामला दर्ज कराया था.

जाकिर मिस्त्री ने भी अपने स्तर पर खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला. शुक्रवार को अचानक परेश पहाड़िया वापस घर लौटा तो परेशान जाकिर मिस्त्री व उसके परिवार वाले उसे पकड़ थाना लाये. पुलिस को उसने बताया कि हैदराबाद ट्रेन से गया था. सुबह हैदराबाद स्टेशन में पहुंचने के बाद उसके साथ के अन्य तीन लोग काम खोजने के लिए निकल गए. लेकिन वह उसके साथ न जाकर दारू पीने चला गया व सड़क में गिर गया. इसी बीच एक दूध कंपनी के व्यक्ति ने उसे उठा कर अपने साथ ले गया और काम पर लगा दिया.

उसने उनका नाम पुनित शर्मा और पंकज शर्मा बताया. उसके अनुसार वह हैदराबाद के शामली जिला के बावरी थाना क्षेत्र के कांजरहेड़ी गांव में उस कंपनी में गोबर उठाने का काम करता था. जिसके एवज में उसे रहने खाने के अलावे तीन हजार रूपया प्रतिमाह दिए जाते थे. परेश ने यह भी जिक्र किया है कि घर में किसी का मोबाइल नंबर नहीं रहने के कारण दो बार चिट्ठी भी भेजा था. परंतु चिट्ठी वापस लौट गया. घर के किसी सदस्य का बैंक खाता न रहने के कारण वह पैसे भी न भेज पा रहा था. इस कारण दूध कंपनी वालों से कहा कि बहुत दिन हो गये वह घर जाना चाहता है.

जब पंकज शर्मा ने आसनसोल का टिकट कटवा कर उसे ट्रेन में बिठा दिया. आसनसोल पहुंचकर वह दुमका जाने वाले बस से पालोजोरी उतरा और घर पहुंचा. घर पहुंचने पर ग्रामीण जमा हो गए. तब उसे पता चला कि उसकी पत्नी ने जाकिर पर अपहरण व हत्या का मामला दर्ज करवा दिया है. उसके आने के बाद अबतक आरोपित बने फिर रहे जाकिर मिस्त्री व उसके परिवार वालों को राहत मिली. इधर, परेश से पुलिस पूछताछ कर रही है.

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