देवघर में पहली बार आइवीएफ पद्धति से हुआ बच्चे का जन्म
पहली बाद देवघर में आइवीएफ पद्धति द्वारा 36 सप्ताह में सफलतापूर्वक प्रसव कर सुनी गोद को भरने में सहायता की. डॉ रीता ने कहा कि जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं तथा नवजात का वजन व शारीरिक स्थिति भी स्वस्थ है.
देवघर : शहर के बाजला चौक स्थित यस आइवीएफ में आइवीएफ पद्धति से पहली बार मरीज का सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया. प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा बिलकुल स्वास्थ्य है. बच्चे के जन्म के बाद मरीज तथा उनके पूरे परिवार में खुशी है. महिला का आइवीएफ पद्धति से डिलेवरी वरिष्ठ महिला व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ रीता ठाकुर ने करायी है. उन्होंने बताया कि मरीज देवघर के करनीबाग क्षेत्र की रहने वाली है, शादी के सात साल बाद भी मातृत्व सुख प्राकृतिक रूप से एहसास नहीं कर पा रही थी. इसके बाद महिला को आइवीएफ की सलाह दी. साथ ही इसे चैलेंजिंग के रूप में लिया और पहली बाद देवघर में आइवीएफ पद्धति द्वारा 36 सप्ताह में सफलतापूर्वक प्रसव कर सुनी गोद को भरने में सहायता की. डॉ रीता ने कहा कि जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं तथा नवजात का वजन व शारीरिक स्थिति भी स्वस्थ है. उन्होंने कहा कि संताल परगना में यह एकमात्र आइवीएफ सेंटर है और यह पूरे संथाल परगना के लिए मातृत्व से वंचित महिलाओं के लिए एक वरदान के रूप में है.
नेशनल स्पोर्ट्स में डीएवी भंडारकोला की टीम ने जीते 14 पदक
नेशनल स्पोर्ट्स में डीएवी भंडारकोला की टीम ने तीन स्वर्ण, तीन रजत व आठ कांस्य पदक जीते. डीएवी पानीपत और साहिबाबाद में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. अंडर 14 वुशू में विशाल और प्रतीक ने रजत पदक जीता, अंडर 17 वुशू में आयुष और सिद्धार्थ ने स्वर्ण पदक जीता तथा शिवम व यश राज को कांस्य पदक मिला.अंडर 17 ताइक्वांडो में अनमोल ने कांस्य पदक जीता. अंडर 19 वुशू में आलोक रंजन को रजत पदक मिला. एथिलेटिक्स के अंडर 14 बालक वर्ग में सचिन को कांस्य, अंडर-14 ताइक्वांडो के बालिका वर्ग में प्रिया को स्वर्ण, अंडर 14 बालिका वर्ग के वुशू में अनुष्का को कांस्य मिला. अंडर 17 बालिका वर्ग के वुशू में शिखा चौधरी को कांस्य मिला.
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