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दिनकर की कविताओं में जीवन की सच्चाई की झलक: चंद्रशेखर

तिलक सेवा समिति द्वारा हिंदी साहित्य के महान कवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती भव्य रूप से मनायी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों और कवियों ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देकर की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 23, 2024 8:12 PM

देवघर. तिलक सेवा समिति द्वारा हिंदी साहित्य के महान कवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती भव्य रूप से मनायी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों और कवियों ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देकर की गयी. इसके बाद दीप प्रज्वलित कर विचार गोष्ठी और कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया गया. केंद्रीय अध्यक्ष हरेकृष्ण राय ने दिनकर को हिंदी साहित्य को नयी दिशा देने वाला कवि बताया, जबकि संरक्षक प्रो रामनंदन सिंह ने उनकी रचनाओं को कालजयी करार दिया. विशेष अतिथि रिटायर्ड पीडीजे चंद्रशेखर पांडेय ने कहा कि दिनकर की कविताओं में जीवन की सच्चाई झलकती है, और विशिष्ट अतिथि सूरज झा ने उनकी रचनाओं को राष्ट्रीयता से परिपूर्ण बताया. कवि गोष्ठी के दूसरे सत्र में जालेश्वर ठाकुर शौकीन, एफएम कुशवाहा, डॉ देवकुमार चटर्जी, बबन बदिया, अशोक पांडेय, धीरेंद्र छतहारवाला, कपिलदेव राणा, गणेश प्रसाद उमर, भोला साह, विपुल कुमार मिश्र और अन्य कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. मदर्स टच स्कूल की डॉ रूपा श्री ने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का स्वागत किया और धन्यवाद ज्ञापन किया. तिलक सेवा समिति की ओर से हिंदी साहित्य के जाने माने कवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती मनायी गयी.कार्यक्रम के आरंभ में मौजूद अतिथियों व कवियों ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किये. पश्चात दीप प्रज्वलित कर विचार सह कवि गोष्ठी की शुरुआत की. अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष हरेकृष्ण राय ने कहा कि राष्ट्र कवि दिनकर ने हिंदी जगह को नई दिशा दी, जबकि संरक्षक प्रो रामनंदन सिंह ने कहा कि रामधारी सिंह दिनकर की रचनाएं कालजयी हैं. विशेष अतिथि के तौर पर रिटायर्ड पीडीजे चंद्रशेखर पांडेय ने कहा कि उनकी कविताओं ने जीवन की सच्चाई दीखती है. विशिष्ट अतिथि के तौर पर शरीक हुए सूरज झा ने कहा कि राष्ट्र कवि दिनकर की कविताएं राष्ट्रीयता से ओतप्रोत हैं. गोष्ठी में अतिथि के तौर पर अवधेश प्रजापति व राजेंद्र दास थे, जिन्होंने राष्ट्र कवि की कविताओं पर प्रकाश डाला. दूसरा सत्र कवि गोष्ठी का चला जिसमें जालेश्वर ठाकुर शौकीन, एफएम कुशवाहा, डॉ देवकुमार चटर्जी, बबन बदिया, अशोक पांडेय, धीरेंद्र छतहारवाला, कपिलदेव राणा, गणेश प्रसाद उमर, भोला साह, विपुल कुमार मिश्रआदि ने विभिन्न विधाओं में कविता पाठ कर श्रोताओं को हर्षित किया. मदर्स टच स्कूल की डॉ रुपा श्री ने आगत अतिथियों का स्वागत किया एवं धन्यवाद ज्ञापित किया.

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