देवघर में फर्जी वेबसाइट से बर्थ सर्टिफिकेट बनाने के बाद अब बनाया जा रहा आधार कार्ड
देवघर में फर्जी वेबसाइट से बर्थ सर्टिफिकेट बनाने का खुलासा होने के बाद अब फर्जी वेबसाइट से आधार कार्ड बनाने का भी मामला सामने आ रहा है. फर्जी वेबसाइट के जरिये हाथोंहाथ आधार कार्ड बनाकर दिया जा रहा है.
Deoghar News: देवघर में फर्जी वेबसाइट से बर्थ सर्टिफिकेट बनाने का खुलासा होने के बाद अब फर्जी वेबसाइट से आधार कार्ड बनाने का भी मामला सामने आ रहा है. फर्जी वेबसाइट के जरिये हाथोंहाथ आधार कार्ड बनाकर दिया जा रहा है. सामाजिक सुरक्षा कोषांग की ओर से पेंशन योजना का डोर-टू-डोर भौतिक सत्यापन में फर्जी आधार कार्ड का खुलासा हुआ है.
वेरिफिकेशन से मामला पकड़ाया
इस भौतिक सत्यापन में पाया गया कि जिस व्यक्ति की उम्र 40 से 50 वर्ष है, उसके आधार कार्ड में 60 से 62 वर्ष उम्र सीमा दिखायी गयी है. प्रखंडों से आयी रिपोर्ट पर फर्जी आधार कार्ड में अधिक उम्र दिखाने वालों को पेंशन योजना के पोर्टल से नाम डिलिट कर दिया गया. विभाग ने फर्जी आधार कार्ड की जब पड़ताल करायी तो पता चला कि देवघर में कई जगहों पर यूआइडीएआइ के फर्जी वेबसाइट पर मामूली डिजिट में फेरबदल कर आधार कार्ड बन रहा है.
कैसे हो रहा काम
जिस व्यक्ति के नाम से फर्जी आधार कार्ड बना है, उस व्यक्ति के नाम से पहले ही यूआइडीएआइ के ऑरिजनल वेबसाइट से आधार कार्ड बन चुका है व इसे जारी भी किया जा चुका है. ऑरिजनल आधार कार्ड व फर्जी आधार कार्ड के उम्र में बड़ा फेरबदल पाये जाने के बाद संबंधित लाभुक की पेंशन रोकी गयी है. करीब 70 ऐसे मामले आ चुके हैं, साथ ही सत्यापन चालू रखा गया है.
प्रज्ञा केंद्र संचालक कर रहे गड़बड़ियां
आधार कार्ड में अधिकांश गड़बड़ियां कई प्रज्ञा केंद्र संचालक की मिलीभगत से भी चल रही है, जबकि कई साइबर कैफे में भी इस फर्जी वेबसाइट से आधार कार्ड बन रहे हैं. इस पूरे फर्जीवाड़े में एक से डेढ़ हजार रुपये में 15 मिनट के अंदर आधार कार्ड बनाकर दिया जा रहा है, जबकि आधार कार्ड का रजिस्ट्रेशन होने के बाद कम से कम तीन दिन अपलोड होने में लगता है. इस फर्जीवाड़े में पूरा एक गिरोह काम कर रहा है.
नगर निगम का बन गया था फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट
दो माह पहले देवघर नगर निगम के नाम से फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट भी बना लिया गया था. देवघर नगर निगम के बर्थ सर्टिफिकेट बनाने वाले ऑरिजनल वेबसाइट के डिजिट में कोई एक अंक फेरबदल कर फर्जी वेबसाइट से बना लिया गया था, इस वेबसाइट के जरिये जसीडीह की एक बच्ची का बर्थ सर्टिफिकेट तैयार किया गया था. जब बच्ची की परिजन देवघर नगर निगम मुहर लगाने आये तो निगम के कर्मियों ने इस फर्जीवाड़े को पकड़ा था.
ऐसा हो रहा है
0 से 50 साल की उम्रवाले भी आधारकार्ड में करा लिया 60 साल
डोर-टू-डोर सत्यापन में पकड़े गये लोगों की पेंशन रोकी गयी
यूआइडीएआइ के फर्जी वेबसाइट पर डिजिट में फेरबदल कर बनाया जा रहा है आधार कार्ड
कम उम्र वाले भी पेंशन लाभुक
पुरानी पेंशन योजना के डोर-टू-डोर सत्यापन में काफी कम उम्र वाले पेंशन के लाभुक मिले. ऐसे लाभुकों का आधार कार्ड में उम्र 60 से अधिक पाये गये थे, लेकिन भौतिक जांच में लाभुक 50 वर्ष तक पाये गये. आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर यह फर्जीवाड़ा किया गया है. आधार कार्ड में उम्र सीमा बढ़ाकर पेंशन योजना का लाभ लेने वाले लाभुकों की पेंशन पर रोक लगा दी गयी है.
– प्रियंका श्रीवास्तव, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, देवघर