प्रखंड नाजिर पर 11. 30 लाख के गबन का आरोप, बीडीओ ने कार्रवाई के लिए लिखा पत्र

पालोजोरी के नाजिर पर धोती-साड़ी योजना की राशि का गबन करने का आरोप है, जिसके बाद उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है. बताया गया कि इस बीच नाजिर ने गबन की हुई राशि को दूसरे मद की राशि से पूरा करने का भी प्रयास किया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 25, 2024 9:09 PM

पालोजोेरी . पालोजोरी प्रखंड कार्यालय के नाजिर संजय कुमार सुमन पर नजारत से 11 लाख 30 हजार रुपये गबन करने के आरोप में बीडीओ ने उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है. गबन की गयी राशि सोना सोबरन धोती साड़ी मद की बतायी जा रही है. इस मामले को लेकर बीडीओ अमीर हमजा ने छह अक्टूबर 2023 को ही नाजीर से स्पष्टीकरण मांगा था. लेकिन स्पष्टीकरण के इतने दिनों बाद भी प्रखंड नाजिर ने राशि जमा नहीं करायी. वहीं फिलहाल नजारत का कार्य प्रखंड के प्रभारी प्रधान लिपिक दिलीप किस्कू देख रहे है. मिली जानकारी के अनुसार पीडीएस डीलरों ने प्रखंड नाजिर के पास योजना मद की राशि नजारत रसीद के माध्यम से जमा करायी थी. राशि को नाजिर ने बैंक खाते में जमा करने के बजाये अपने निजी कार्यों में खर्च कर दिया. वहीं जब उस पर दबाव बनाया गया तो उसने विभाग के ही अन्य मद की राशि को इस मद में जमा कर दिया. इस पूरे मामले का खुलासा नाजिर से प्रभार लेने के क्रम में आया. प्रभारी प्रधान सहायक सह कार्यालय अधीक्षक दिलीप किस्कू ने प्रभार लेने के दौरान पाया कि कैश बुक में इतनी बड़ी राशि का अंतर है. कैश बुक में कुल 11 लाख 30 हजार 116 रुपये कम मिले. बताया जाता है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 और 21-22 में सोना-सोबरन धोती-साड़ी योजना के तहत उपभोक्ताओं से प्राप्त कुल 15 लाख 20 हजार रुपये प्रखंड के विभिन्न जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों ने प्रखंड नजारत में नकद ही जमा किया था. नाजिर ने जमा की गयी राशि के बदले सभी को नाजिर रसीद दी थी. पीडीएस दुकानदारों से प्राप्त राशि को चालान के माध्यम से सरकारी खजाने में जमा किया जाना था लेकिन प्रखंड नाजिर ने राशि को सरकारी खजाने में जमा करने के बदले राशि को अपने पास रख लिया.

मामले का खुलासा होने पर दूसरे मद की राशि से गबन की हुई राशि का भरपायी का किया प्रयास

योजना मद की राशि सरकारी खजाने में जमा नहीं मिलने पर विभाग ने इससे संबंधित पत्राचार भी किया और लगातार स्मार पत्र जारी करने लगा, तो नाजिर ने आनन-फानन में प्रखंड के अन्य मद के पैसे लेकर तत्कालीन बीडीओ शिवाजी भगत द्वारा हस्ताक्षरित चेक संख्या 657743 द्वारा 26 नवंबर 2021 को चार लाख 37 हजार, चेक संख्या 667746 द्वारा चार दिसंबर 2021 को एक लाख 18 हजार, चेक संख्या 657751 द्वारा 25 जून 2022 को चार लाख 75 हजार रुपये और चेक संख्या 9933271 को 25 जून 2023 को चार लाख 71 हजार, जो कुल 15 लाख 20 हजार रुपये धोती साड़ी योजना मद में जमा करा दिया. प्रभारी प्रधान सहायक ने पुष्टि की है कि कैशबुक में 11 लाख 30 हजार 116 रुपये का अंतर है.

बीडीओ ने नाजिर पर कार्रवाई के लिए मांगा मार्गदर्शन, नाजीर के वेतन खाते से निकासी पर लगायी रोक

बीडीओ अमीर हमजा ने प्रखंड नजारत में गबन का मामला सामने आने के बाद मामले की जानकारी डीडीसी देवघर को लिखित रूप से देते हुए नाजिर पर कार्रवाई की अनुशंसा व मार्गदर्शन मांगा है. बीडीओ ने यह भी बताया कि गबन की राशि के संबंध में सभी साक्ष्य उच्चाधिकारी को देते हुए उक्त कर्मी के खिलाफ कार्रवाई हेतु लिखा गया है. हालांकि बीडीओ ने यह भी कहा कि नाजीर का सैलेरी खाता पालोजोरी बैंक से मंगवा लिया गया है. उक्त खाते से निकासी पर रोक भी लगा दी गयी है. पूर्व बीडीओ ने भी नाजीर के वेतन को इस संबंध में बंद कर दिया था. उसके वेतन मद से भी गबन की राशि की भरपाई करने का प्रयास किया जा रहा है.

नाजिर ने कहा : बेटी की शादी में खर्च हो गये योजना के रुपये

प्रखंड नाजिर संजय कुमार सुमन ने मामले को लेकर बताया कि उक्त राशि को बेटी की शादी में खर्च कर दिये हैं. कई माह से वेतन रुके रहने के कारण ऐसा करना पड़ा है. वेतन मद की राशि मिलते ही उक्त राशि को जमा कर देंगे. वहीं राशि जमा करने के लिए 15 दिनों का समय उच्चाधिकारी से मांगा है.

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