Loading election data...

लापरवाही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई, देवघर और गोड्डा जिलों की समीक्षा बैठक में बोले CM हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर और गोड्डा जिलों के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कई हिदायत दी. कहा कि लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी. हर अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को निष्ठा पूर्वक निभाएं.

By Samir Ranjan | December 16, 2022 11:13 PM

Jharkhand News: सीएम हेमंत सोरेन ने देवघर और गोड्डा जिलों की समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने कई महत्वकांक्षी योजनाएं शुरू की है. ये  योजनाएं धरातल पर उतरे, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. कहा कि इन योजनाओं को लेकर आपने जो आंकड़े दिए हैं वो काफी उत्साहवर्धक है, लेकिन हकीकत में लोगों के बीच इन योजनाओं को लेकर वैसा उत्साह नहीं देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से ले.

आपको कार्य करने की छूट, पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं

देवघर सर्किट हाउस में देवघर और गोड्डा जिलों में चल रहे विकास कार्यों के प्रगति की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि सरकार ने आपको कार्य करने में पूरी छूट दे रखी है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप कार्यों के निष्पादन में लापरवाही बरते. मुझे जो जानकारियां मिल रही है, उसमें सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट वाली योजनाओं के प्रति आपकी गंभीरता नहीं दिख रही है. यह लापरवाही और कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर आप अपनी जिम्मेदारियों को सही पूर्वक नहीं निभाएंगे, तो आप के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सरकार मजबूर होगी.

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देनी है

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाओं का मकसद ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ ग्रामीणों को अपने पैरों पर खड़ा करना है, ताकि उनके जीवन स्तर में अपेक्षित सुधार हो सके. आपको जो कार्य आवंटित है उसे पूरी जिम्मेवारी के साथ पूरा करें. योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो विकास कार्यों की प्रखंड और पंचायत स्तर पर भी समीक्षा होगी.

Also Read: Indian Railways News: ईस्टर्न रेलवे के स्टेशनों पर दवा दुकान के साथ जल्द खुलेंगे डायग्नोस्टिक सेंटर

ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धूरी है कृषि और पशुपालन

उन्होंने कहा कि राज्य की बड़ी आबादी गांवों में रहती है. कृषि और पशुपालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धूरी है. यह न सिर्फ ग्रामीणों के जीविकोपार्जन का प्रमुख माध्यम है, बल्कि उनकी पारंपरिक व्यवस्था का अभिन्न अंग भी है. इसी मकसद से सरकार ने कृषि और पशुपालन से जुड़ी कई योजनाएं चला रही हैं. अधिकारियों की जिम्मेवारी है कि किसानों, पशुपालकों और श्रमिकों को इन योजनाओं का पूरा का पूरा लाभ मिले. मुख्यमंत्री ने बताया कि गोड्डा एवं देवघर के दौरे के दौरान बुनकर एवं कर्मकारों ने मुलाकात की. उन्होंने बताया कि उनके बनाए उत्पाद ब्रांडेड दुकानों में बिक रहे हैं, लेकिन उन्हें उसका समुचित लाभ नहीं मिल रहा. ऐसे में  उनका वाजिब हक और अधिकार मिले, यह अधिकारियों का कर्तव्य बनता है.

मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के आवेदनों को गंभीरता से लें

मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंकों का रूख केसीसी के प्रति ठीक नहीं है. इसे सुधारें अथवा सरकार को किसानों के हित में काम नहीं करने वाले बैंकों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि आप मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के आवेदनों को गंभीरता से लें. ग्रामीण बहुत पढ़े-लिखे नहीं होते. वे सीधे-सादे होते हैं.  आपके आवेदन के प्रारूप में आवेदन नहीं दे पा रहे, तो उनका आवेदन भरने तथा जरूरी कागज बनाने में  मदद करें.

29 दिसंबर को DBT के माध्यम से लाभान्वित होंगे विभिन्न योजनाओं के लाभुक

उन्होंने कहा कि 29 दिसंबर को सरकार के तीन साल पूरे होने पर DBT के माध्यम से सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना के लाभुकों को राशि उनके अकाऊंट में उपलब्ध करानी है. मुख्यमंत्री ने सभी पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि इन योजनाओं को लेकर मिले आवेदनों के सत्यापन का कार्य हर हाल में पूरा हो जाना चाहिए.

Also Read: Jharkhand News: पलामू के चार अनाथ बच्चे पढ़ाई छोड़ मजदूरी करने को विवश, नहीं मिल रही कहीं से मदद

इन योजनाओं की हुई समीक्षा

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, सर्वजन पेंशन योजना, प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, मनरेगा अन्तर्गत मानव दिवस सृजन, राजस्व न्यायालय, आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार, जिले में चल रही विभिन्न परियोजनाओं एवं जिलों के विधि-व्यवस्था की समीक्षा की.

मुख्यमंत्री ने दिये निर्देश

– सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत वैसी किशोरियां जिनकी शिक्षा विलंब से शुरू हुई है. उनका 20 साल पूरा होने के कारण योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे. इसके कारण नियमावली तैयार कर उन्हें भी इस योजना का लाभ दिलाने का करें कार्य

– सर्वजन पेंशन में वैसे लोग जिनकी मृत्यु हो गयी है उनका डेटा जमा करें. ऐसा न हो कि मृत्यु व्यक्ति के नाम पर कोई पेंशन ले रहा हो और जो जरूरतमंद है वह वंचित रह जाए

– सर्वजन पेंशन योजना के तहत दिव्यांग एवं निराश्रित महिलाओं को रोजगार से जोड़ें केवल पेंशन पर आश्रित न रहें

– मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के आये आवेदन देवघर जिला 31 दिसंबर, 2022 तथा गोड्डा जिला 7 जनवरी, 2023 तक सही फॉर्मेट में लेकर उन्हें रोजगार से जोड़ने का काम करें

– मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना के तहत 29 दिसंबर को किसानों को डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में राशि पहुंचनी है. दोनों जिला इसके लाभुकों को जल्द से जल्द शत प्रतिशत वेरिफिकेशन कर लें

– मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत 29 दिसंबर तक देवघर जिला में 2500 और गोड्डा जिला में 2000 लाभुकों को जोड़ने का काम करें.

समीक्षा बैठक में इनकी रही उपस्थिति

मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में श्रम नियोजन एवं कौशल विकास विभाग के मंत्री सत्यानन्द भोक्ता, कृषि मंत्री बादल, खेलकूद एवं युवा मामले विभाग के मंत्री हफीजुल हसन, राजमहल सांसद विजय हांसदा, पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव, महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, सचिव विनय चौबे, सचिव अबू बकर सिद्दीकी, सचिव अमिताभ कौशल, सचिव कृपानंद झा, सचिव के श्रीनिवासन, डीजीपी नीरज सिन्हा, संताल परगना प्रमंडल आयुक्त चंद्र किशोर उरांव, पुलिस उप महानिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद मंडल, देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री, देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट, गोड्डा डीसी जीशान कमर, गोड्डा एसपी नाथू सिंह मीणा समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे थे.

Also Read: CM हेमंत सोरेन गोड्डा में आदिवासी हॉस्टल और मॉडल स्कूल के काम को देख हुए नाराज, DC को दिया निर्देश

Next Article

Exit mobile version