देवघर : स्वास्थ्य विभाग की ओर से खून की कमी से जूझ रहे मरीजों की सुविधा के लिए सीएचसी स्तर पर ब्लड स्टोरेज यूनिट खोला जाना था. राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से पांच महीने पहले ही योजना की स्वीकृति देने के बाद भी इस मामले में कोई पहल नहीं की गयी है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के छह सीएचसी में ब्लड स्टोरेज यूनिट खोलने का निर्देश दिया गया है, इनमें जसीडीह, मोहनपुर, सारठ, करौं, देवीपुर और सोनारायठाढ़ी सीएचसी शामिल हैं. वहीं, अनुमंडल अस्पताल, मधुपुर, में ब्लड स्टोरेज यूनिट कार्यशील है. सारवां सीएचसी में ब्लड स्टोरेज यूनिट के सारे उपकरण उपलब्ध रहने के बाद भी यहां यूनिट चालू नहीं हो सका है. विभाग की ओर से सिर्फ आदेश दिया गया, लेकिन अबतक यूनिट के लिए कोई उपकरण उपलब्ध नहीं कराया जा सका है.
हर यूनिट में 50-60 यूनिट ब्लड स्टोरेज की सुविधा
मरीजों के लिए निकटतम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ही ब्लड उपलब्ध कराने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के छह सीएचसी में ब्लड स्टोरेज यूनिट खोलने के लिए कहा गया था. मरीजों के लिए 50-60 यूनिट ब्लड स्टोरेज करने की क्षमता होती और मरीजों को वहां से आसानी से ब्लड उपलब्ध हो सकता था.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन सभी ब्लड स्टोरेज यूनिट के संचालन के लिए हरेक यूनिट में दो दो लैब तकनीशियन की बहाली आउटसोर्सिंग पर की जानी थी. लेकिन अबतक ना ही यूनिट शुरू हो सका और ना ही तकनीशियन की बहाली हो सकी है. सरकार की इस योजना का लाभ लोगों को कबतक मिलेगा, यह विभाग ही जाने.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा ने कहा कि सीएचसी में ब्लड स्टोरेज यूनिट खोले जाने को लेकर स्वीकृति तो मिली है, लेकिन विभाग की ओर से ब्लड स्टोरेज यूनिट के लिए कोई उपकरण उपलब्ध नहीं कराया गया है. विभाग से उपकरण की मांग भी की गयी है. मिलने के बाद स्टोरेज यूनिट की शुरुआत की जायेगी.
Also Read: देवघर एम्स में खुला इग्नू का सेंटर, तीन नये कोर्स शुरू हुए, सांसद निशिकांत रहे मौजूद